लखनऊ (एजेंसी)। लखीमपुर मामले में पीडि़त परिवारों से मिलने के लिए अब सिद्धू भी कांग्रेस नेताओं का काफिला लेकर यूपी की ओर निकल गए। ऐसे में पुलिस ने उन्हें सहारनपुर बॉर्डर पर रोक लिया। इस दौरान जमकर हंगामा हुआ। हालांकि प्रशासन और पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की और पांच लोगों के जाने की अनुमति के बारे में भी बताया लेकिन सिद्धू अड़ गए और बोले कि या तो हमें गिरफ्तार करो या फिर जाने दो। वहीं कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पुलिस बैरिकेडिंग को हटा दिया और उसे पार कर गए। इसके बाद पुलिस ने सिद्धू और कुछ अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया।
बैरिकेंडिंग पर चढ़े मंत्री
पुलिस और कांग्रेस के नेताओं के बीच जमकर बहस हुई। सभी आगे जाने की बात पर अड़े रहे लेकिन पुलिस ने किसी तरह से इन्हें रोका। इस दौरान कैबिनेट मंत्री राजा वडिंग बैरिकेड पर चढ़ गए और बोले कि यदि रोका तो मैं यहीं पर भूख हड़ताल पर बैठ जाऊंगा। इसके बाद कई मंत्री और विधायक शाहजहांपुर पुलिस चौकी में धरने पर बैठ गए। इस दौरान परगट सिंह ने कहा कि पुलिस की जो मर्जी हो वे करें लेकिन हमें हर हाल में आग जाना है।
डंडा तंत्र बन रहा है
इस दौरान सिद्धू ने कहा कि जनता की ओर से चुने गए प्रतिनिधियों को रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को डंडा तंत्र बनाया जा रहा है और इसका मैं पुरजोर विरोध करता हूं। वहीं पंजाब पीसीसी के वर्किंग प्रेसिडेंट कुलजीत नागरा ने बताया कि पुलिस ने हमें हिरासत में ले लिया और कहीं लेकर जाया जा रहा है लेकिन इस बारे में हमें नहीं बताया गया है कि हमें कहां ले जा रहे हैं।

एक दिन पहले राहुल गांधी को रोका
इससे एक दिन पहले ही बुधवार को राहुल गांधी को लखनऊ एयरपोर्ट पर रोक दिया गया था और उन्हें पुलिस की गाड़ी में लखीमपुर जाने के लिए कहा गया था। जिसका विरोध करते हुए राहुल वहीं धरने पर बैठ गए थे। बाद में प्रशासन ने उन्हें जाने की अनुमति दे दी थी। वे देर शाम लखीमपुर पहुंचे थे। राहुल और प्रियंका गांधी ने बुधवार को ही किसान लवप्रीत के परिजन से मुलाकात की थी।




