भिलाई। महंगाई के मोर्चे पर पूरी तरह से नाकाम केन्द्र सरकार की निगेहबानी में तेल कंपिनयों ने जनता को एक और झटका दिया है। देश की ऑइल मार्केटिंग कंपनियों ने 14.2 किलोग्राम वाले एलपीजी रसोई गैस सिलिंडर की कीमतों में 25 रुपये का इजाफा किया है। छत्तीसगढ़ में रसोई गैस के लिए अब आम आदमी को 931 रुपए खर्च करने पड़ेंगे। खास बात यह है कि छत्तीसगढ़ में रसोई गैस की कीमतें दिल्ली, मुंबई, कोलकाता व चेन्नई जैसे महानगरों से भी ज्यादा है।
बता दें कि तेल कंपनियां हर महीने एलपीजी सिलिंडर के दामों की समीक्षा करती हैं। हर राज्य में टैक्स अलग-अलग होता है और इसके हिसाब से एलपीजी के दामों में अंतर होता है। इससे पहले पिछले माह एक जुलाई को तेल कंपनियों ने रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में 25.50 रुपए की बढ़ोतरी की गई थी। वहीं 19 किलोग्राम वाले कॉमर्शियल गैस की कीमत में 68 रुपए का इजाफा हुआ है। दिल्ली में अब कॉमर्शियल सिलिंडर का दाम बढ़कर 1618 रुपए हो गया है। इस महीने की शुरुआत में भी 19 किलोग्राम वाले गैस सिलिंडर के दाम में 73.5 रुपए का इजाफा किया गया था। हालांकि तब घरेलू रसोई गैस सिलिंडर की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं की गई थी।

छत्तीसगढ़ में उच्चतम स्तर पर रसोई के दाम
25 रुपए की बढ़ोत्तरी के साथ छत्तीसगढ़ में गैर सब्सिडी वाले रसोई गैस की कीमत 931 रुपए तक पहुंच गई है। इसके साथ की छत्तीसगढ़ में रसोई गैस के दाम उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं। दूसरी ओर दरें बढऩे के बाद दिल्ली में 14.2 किलोग्राम वाला गैर-सब्सिडी एलपीजी सिलिंडर 834.50 रुपए से बढ़कर 859.50 रुपए का हो गया है। कोलकाता में इसका दाम 861 रुपए से बढ़कर 886 रुपए का हो गया है, मुंबई में यह 834.50 रुपए से बढ़कर 859.50 रुपए और चेन्नई में 850.50 रुपए से बढ़कर 875.50 रुपए का हो गया है।

एक साल में बढ़ी 265.50 रुपए
पिछले एक साल में अब तक एलपीजी गैस की कीमत 265.50 रुपए बढ़ चुकी है। वहीं जनवरी से अब तक इसका दाम 163.50 रुपए बढ़ा है। एक ओर रसोई गैस की दरें बढ़ रही हैं दूसरी ओर लोगों को मिलने वाली सब्सिडी घटती जा रही है। डायरेक्ट ट्रांसफर स्कीम शुरू होने के बाद छत्तीसगढ़ में 300 रुपए तक की सब्सिडी मिलती थी। जो अब घटकर 60 रुपए तक सीमित हो गई है। वर्तमान में लोगों को गैस पर लगभग 61 रुपए की सब्सिडी मिलती है।
अगले माह और बढ़ सकती हैं दरें
तेल कंपनियों से मिले इनपुट के अनुसार गैस की दरें अगले माह और बढ़ सकती हैं। संसद के मानसून सत्र के कारण हंगामे के डर से केन्द्र सरकार ने अगस्त माह में दरों पर काबू कर रखा था। लेकिन मानसून सत्र के खत्म होते ही रसोई गैस की दरों में बड़ोत्तरी कर दी गई। बताया जा रहा है कि सितंबर माह में रसोई गैस पर 25 से 30 रुपए की बढ़ोत्तरी हो सकती है।