भिलाई। नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी केंद्र संचालित है जहां पर प्रतिदिन गोबर की खरीदी की जा रही है। गोबर खरीदी केंद्रों में अब तक 716 पशुपालक अपना पंजीयन गोबर बेचने के लिए करा चुके हैं, जिनसे गोबर क्रय किया जा रहा है। गोबर खरीदी केंद्रों का जायजा निगमायुक्त स्वयं ले रहे हैं। आज खुर्सीपार क्षेत्र के शिवाजी नगर जोन अंतर्गत आने वाले गोबर खरीदी केंद्र पहुंच कर उन्होंने वर्मी कंपोस्ट निर्माण का जायजा लिया। इस मौके पर आयुक्त रघुवंशी ने वर्मी कंपोस्ट के साथ ही अन्य उत्पाद को बढ़ावा देने के निर्देश दिए।
वर्मी कंपोस्ट के लिए पूर्व से निर्मित वर्मी बेड के अलावा इसी स्थल के समीप दूसरा वर्मी कंपोस्ट बेड का निर्माण किया जा रहा है। ताकि खरीदे जाने वाले गोबर का अधिक से अधिक उपयोग हो सके। निर्मित किए जा रहे कंडे का उपयोग शिवाजी नगर क्षेत्र के मुक्तिधाम में करने के निर्देश दिए। उन्होंने वर्मी कंपोस्ट के सभी टंकियों का अधिकाधिक उपयोग करने कहा और वर्मी कंपोस्ट बनने के बाद टंकियों में गोबर भरने की प्रक्रिया दोहराते हुए निरंतरता बनाए रखने के निर्देश दिए। केंचुआ पालन की स्थिति का जायजा लिया, निर्मित हो रहे वर्मी कंपोस्ट की क्वालिटी देखी, केंचुआ को अनुकूल माहौल देने के साथ ही इसके देखरेख के निर्देश दिए। गोबर खरीदी केंद्रों में प्रतिदिन की गोबर खरीदी की मात्रा की जानकारी ली। दीपावली के दौरान तैयार किए गए दीया के विक्रय पश्चात बचे हुए दीया को एकादशी के अवसर पर लोगों को उपलब्ध कराने कहा। इसके साथ ही कंपोस्ट पिट बढ़ाने, गोबर कंडा निर्माण कार्य में तेजी लाने, वर्मी कंपोस्ट हेतु ग्रीन बेड के लिए स्थल व्यवस्था, शेड निर्माण में प्रगति लाने, गोबर खरीदी केंद्रों के स्थलों का समुचित उपयोग, स्लरी को एकत्रित कर उचित उपयोग, वर्मी कंपोस्ट बनने के बाद इसका गुणवत्ता परीक्षण कराने के बाद ही विक्रय करने के निर्देश दिए हैं। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त एवं गोधन न्याय योजना के नोडल अधिकारी अशोक द्विवेदी, जोन आयुक्त अमिताभ शर्मा, सहायक राजस्व अधिकारी बालकृष्ण नायडू मौजूद रहे।