नई दिल्ली (एजेंसी)। कोरोना के मामलों में हर दिन भले ही इजाफा हो रहा है, लेकिन इस बीमारी से उबरने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। लगातार पांचवें दिन इस बीमारी से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या सामने आए संक्रमण के नए मामलों से अधिक रही।
इस ट्रेंड की शुरुआत 19 सितंबर से हुई, जब भारत में हर रोज कोरोना के 90 हजार नए मामले सामने आ रहे थे। 19 सितंबर को कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 95 हजार रही। वहीं, पिछले कुछ दिनों से रोजाना सामने आने वाले कोरोना के मामलों में गिरावट देखी गई है।
हाल के कुछ दिनों में हर रोज 90 हजार के करीब मामले सामने आ रहे थे। वहीं, अब यह आंकड़ा 80 हजार के करीब पहुंच गया है। 22 सितंबर सिर्फ एक अपवाद रहा, जिस दिन 75,083 कोरोना के मामले सामने आए।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा, हम भारत के 50 लाख से अधिक मामलों को लेकर चिंतित हो रहे हैं, लेकिन हम भूल जाते हैं कि लगभग 45 लाख लोग पहले ही इस बीमारी से उबर चुके हैं।
जब वायरस से उबरने वाले लोगों की संख्या सक्रिय मामलों की संख्या को पार कर जाती है, तो इसे दुनियाभर में कोरोना वक्र का झुकाव का संकेत माना जाता है। लेकिन इस ट्रेंड को कई दिनों तक जारी रहना होगा, इसके बाद ही कहा जा सकता है कि वक्र का झुकाव हुआ है या नहीं।
जून में जब अनलॉक 1.0 की घोषणा की गई, तो उस दौरान कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या सक्रिय मामलों से अधिक थी। समय के साथ, दिल्ली और केरल जैसे हॉटस्पॉट वाले राज्यों में सक्रिय मामलों की संख्या के मुकाबले बीमारी से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई। लेकिन यह ट्रेंड लंबे समय तक जारी नहीं रह सका।