
अंबाला (एजेंसी)। भारत और चीन में सीमा पर जारी गतिरोध के बीच आज पांच राफेल लड़ाकू विमानों को अंबाला एयरबेस पर औपचारिक रूप से वायुसेना में शामिल कर लिया गया। इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पर्ली सहित चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, वायुसेनाध्यक्ष आरकेएस भदौरिया सहित अन्य लोगों ने हिस्सा लिया। विमान को विधिवत तौर पर वायुसेना की 17वीं स्कवाड्रन में शामिल किया जाएगा।
भारतीय वायुसेना की प्रक्रिया के तहत सभी धर्मों के गुरुओं ने अंबाला एयरबेस पर पूजा की। इसके बाद विधिवत रूप से राफेल को बल में शामिल किया। इस दौरान जवानों की सलामती के लिए भी दुआएं मांगी गई। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पर्ली ने राफेल लड़ाकू विमानों के हवाई प्रदर्शन को देखा।
राफेल जेट उड़ाने के लिए भारतीय वायुसेना के पायलटों को खासतौर से ट्रेनिंग दी गई हैं। फ्रांसीसी कंपनी द्वारा कई समूहों में भारतीय पायलटों को ट्रेनिंग दी जा रही है। साल 2018 में इस खास ट्रेनिंग के लिए एक फाइटर पायलट, एक इंजीनियर और चार तकनीकी विशेषज्ञों को पहले ग्रुप में चुना गया था।




