भिलाई। कोरोना संक्रमण के कारण एक ओर देश और दुनिया की अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई है। वहीं शिक्षा जगत को भी इससे खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसका असर दुर्ग जिले के रामनगर कुम्हारी स्थित विश्व वेदांता स्कूल पर भी पड़ा है। शिक्षकों को वेतन न दे पाने के कारण प्रबंधन ने स्कूल को हमेशा के लिए बंद करने का निर्णय लिया है। 10 वीं व 12 वीं कक्षा की परीक्षाएं बोर्ड से संबंद्ध होने के कारण एक वर्ष के लिए इन दो कक्षाओं के विद्यार्थियों को ही यहां पढ़ाया जाएगा। इस निर्णय से अवगत कराते हुए स्कूल प्रबंधन ने मार्मिक अपील भी जारी की है। वहीं अन्य कक्षाओं के विद्यार्थियों को दूसरे स्कूलों के एडमिशन को लेकर सभी प्रक्रिया पूरी करने की तैयारी भी की गई है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना संकट काल में लोगों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए निजी स्कूलों से फीस न लेने सरकार व शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया। इसके कारण पालकों ने स्कूलों की फीस नहीं दी। विश्व वेदांता स्कूल के प्राचार्य अक्षय कुमार ने पालकों के नाम अपनी जारी करते हुए स्कूल के बंद किए जाने की जानकारी दी। जारी अपील के मुताबिक स्कूल कोरोना संक्रमण के कारण बड़ी संख्या में लोगो पर बेरोजगारी की मार पड़ी है। जिसके कारण पालक स्कूल की फीस नहीं दे पा रहे। सरकार ने भी आदेश जारी कर कोरोना काल में फीस न लेने कहा। प्राचार्य ने कहा कि विश्व वेदांता स्कूल मानवता के आधार पर चल रहा है यहां किसी पर फीस के लिए दबाव नहीं डाला जाता। इस वजह से पिछले वर्षों की फीस भी कई पालकों की बकाया है जिसके कारण स्कूल की वित्तीय स्थिति बुरी तरह प्रभावित हो गई है।

कोरोना संक्रमण से और हुए प्रभावित
प्राचार्य द्वारा जारी अपील में इस बात का जिक्र है कि कोरोना के कारण वित्तीय स्थिति और भी प्रभावित हो गई है। विश्व वेदांता स्कूल के पिछले वर्ष का बकाया व इस वर्ष के फीस की अदायगी न हो पाने कारण शिक्षकों का वेतन भुगतान असंभव हो गया है। इसके बाद भी स्कूल प्रबंधन द्वारा ऑनलाइन क्लासेस शुरू की गई जिसमें शिक्षकों ने भी सहयोग किया। लेकिन लंबे समय तक शिक्षकों से मुफ्त में सेवाएं लिया जाना संभव नहीं है। प्राचार्य के अनुसार इसे देखते हुए हमारे पास स्कूल को बंद करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है।

13 वर्षों से संचालित है स्कूल
विश्व वेदांता स्कूल पिछले 13 वर्षों से संचालित है। इस दौरान स्कूल द्वारा कई सफलताएं अर्जित की गई। सीबीएसई से मान्यता प्राप्त होने के साथ शिक्षा के क्षेत्र विभिन्न क्रिया कलापो के साथ छात्रों को 100 फीसदी जोड़ा जाता है। स्कूल को एजुकेशन वल्र्ड के सर्वेक्षण में अवार्ड भी मिला है। क्रिकेट व फुटबॉल में जिला व राज्य स्तर पर यहां के बच्चों का चयन हुआ। स्कूल प्रबंधन फीस भी नॉमिनल इसके कारण आसपास के लोगों से यह स्कूल जुड़ा हुआ है। स्कूल प्रबंधन द्वारा स्कूल बंद किए जाने को लेकर पालकों से अपील कर अपनी व्यथा से अवगत करााया है।
”इधर स्कूल प्रबंधन की ओर से हरप्रीत कौर ने बताया कि स्कूल को बंद किए जाने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में सभी पालकों को सूचित किया गया है। कई पालकों की ओर से इंक्वायरी भी आई है। पालकों के साथ बुधवार को मीटिंग रखी गई है जिसमें स्कूल के भविष्य को लेकर चर्चा की जाएगी।”