दुर्ग. समाजवादी विचारधारा का जन्म ही समाज के निराश्रित एवं अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को भी वह सुख सुविधाएँ पहुंचाने के लिए हुआ है, जिनसे अभी तक वह अछूता रहा है। एक सच्चे सामाजिक कार्यकर्ता का एकमात्र धर्म मानवता व सेवा होता है।
इन्ही बातों को आत्मसात करते हुए जन समर्पण सेवा संस्था, दुर्ग द्वारा विगत 3 वर्षों से सभी पर्व, त्यौहार, एवं अन्य सभी शुभ अवसर पर दुर्ग रेल्वे स्टेशन एवं अन्य स्थानों में अस्थाई रुप से निवासरत गरीब, असहाय, विकलांग जनों को प्रतिदिन निःशुल्क भोजन, मिष्ठान, नमकीन वितरण करती आ रही है.
संस्था के प्रमुख बंटी शर्मा ने बताया कि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर संस्था के सभी सदस्यों एवं सहयोगियों के द्वारा दुर्ग रेल्वे स्टेशन में गरीब, असहाय, विकलांग जनों के बीच में जाकर उनके साथ राष्ट्रीय पर्व की खुशियां बांटी..
संस्था के सदस्य एवं सेवा कार्य के सहयोगी सबसे पहले रात्रि 8 बजे दुर्ग रेल्वे स्टेशन में सभी गरीब, असहाय जनों को एक साथ बैठाकर सबके सर पर तिरंगा वाली टोपी पहनाई एवं सभी को गणतंत्र दिवस की बधाई दी उसके पश्चात सभी को भोजन, मिष्ठान, नमकीन वितरण किया गया. भोजन पश्चात गरीब, अनाथ बच्चों को भोजन के साथ साथ कपड़े, कॉपी चॉकलेट, बिस्किट वितरण किया गया..
26 जनवरी को लगभग 100 गरीब, असहाय, विकलांग जनों को भोजन कराया गया एवं 30 बच्चों को उपयोगी सामाग्री वितरण की गयी..
गरीब, असहाय विकलांग एवं जरूरतमंदों को जन समर्पण सेवा संस्था, दुर्ग द्वारा विगत 3 वर्षों से प्रतिदि निशुल्क भोजन वितरण के साथ साथ विकलांग जनों को बैसाखी, ट्रायसिकल, व्हीलचेयर एवं जरूरतमंदों को कम्बल वितरण किया जाता आ रहा है..
भोजन सेवा में पृथ्वीराज पारख परिवार, शिशु शुक्ला, आशीष मेश्राम, प्रकाश कश्यप, राजेन्द्र ताम्रकार, मृदुल गुप्ता, संजय सेन, नीलेश पुरोहित, सुजल शर्मा, वाशु शर्मा, मिलन जैन, नमन जैन, हितेश पुरोहित, समीर खान, आकाश राजपूत, कुश जैन, रवीं देवांगन, उपस्थित थे..