कलेक्टर अंकित आनंद ने की राजस्व प्रकरणों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा
दुर्ग। कलेक्टर अंकित आनंद ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में कहा कि समयबद्ध रूप से राजस्व प्रकरणों का निराकरण हो सके, इसके लिए नियमित रूप से राजस्व प्रकरणों की मॉनिटरिंग हो। कोई भी राजस्व प्रकरण जो संज्ञान में आते है उसका भलीभांति निराकरण करना सुनिश्चित करें। किसी भी दशा में में अकारण कोई भी प्रकरण लम्बित न रहे। लोगों के आवेदन पर समय पर कार्रवाई हो, उन्हें योजनाओं का लाभ समय पर मिले तथा अनावश्यक रूप से उन्हें किसी प्रकार की परेशानियों से जूझना न पड़े। इस बात का विशेष ध्यान रखते हुए अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें।
कलेक्टर ने जिले के सभी राजस्व अनुभाग में लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व तहसीलदार सहित राजस्व अमला को बैठक में आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने राजस्व प्रकरणों के अंतर्गत राजस्व न्यायालय के प्रकरण गोशवारा के अंतर्गत नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन , अतिक्रमण अविवादित नामांतरण, विवादित नामांतरण, अविवादित बंटवारा, विवादित बटवारा के साथ साथ ई कोर्ट के प्रकरण, असामयिक वर्षा के कारण सहायता राशि, भू अर्जन के प्रकरण, प्रधानमंत्री किसान सहायता राशि, स्वेच्छानुदान से प्राप्त प्रकरण, पीजीएन से प्राप्त प्रकरण , जनचैपाल से प्राप्त प्रकरण लोकसेवा गारन्टी से प्राप्त प्रकरण से सम्बंधित प्रकरणों के अलावा अन्य राजस्व विभाग से संबंधित प्रकरणों की समीक्षा की। उन्होंने
सभी अधिकारियों को अपने अपने अनुविभागीय स्तर पर खुद समीक्षा करते हुए निर्धारित समय पर प्रकरणों की समीक्षा करते हुए निराकरण करने कहा है।