नई दिल्ली । संशोधित नागरिकता कानून को लेकर हो रहे विरोध के बीच भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने हमला बोला है। मायावती ने एक ट्वीट में कहा, चंद्रशेखर उत्तर प्रदेश का रहने वाला है लेकिन नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ उत्तर प्रदेश की बजाय दिल्ली के जामा मस्जिद के विरोध प्रदर्शन में शामिल होता है और अपनी जबरन गिरफ्तारी करवाता है, क्योंकि यहां जल्दी विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। इसके साथ ही मायावती ने पार्टी के लोगों से अपील की कि ऐसे सभी स्वार्थी तत्वों, संगठनों और पार्टियों से हमेशा सचेत रहें।
मायावती ने कहा, दलितों का मानना है कि भीम आर्मी का चंद्रशेखर, विरोधी पार्टियों के हाथों खेलकर खासकर बसपा के मज़बूत राज्यों में षडयंत्र के तहत चुनाव के करीब वहां पार्टी के वोटों को प्रभावित करने वाले मुद्दे पर, प्रदर्शन आदि करके फिर जबरन जेल चला जाता है।
ज्ञात हो, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान आगजनी और तोड़फोड़ के लिए पुलिस ने शनिवार को भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा में शामिल होने के लिए बीस अन्य उपद्रवियों को भी गिरफ्तार किया गया था।
एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने कहा, “हमने आगजनी, तोड़फोड़ और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद समेत 21 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। आजाद भीड़ का नेतृत्व कर रहे थे।”पुलिस ने सीलमपुर में हिंसा के लिए पांच और दिल्ली गेट के पास पुरानी दिल्ली से 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। भीम आर्मी का विरोध शुक्रवार की नमाज के बाद दोपहर एक बजे के बाद शुरू हुआ था। जामा मस्जिद में चल रहे विरोध प्रदर्शन में आजाद ने भी हिस्सा लिया था। हालांकि जब पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेने की कोशिश की, तो वह अपने समर्थकों के बीच ओझल हो गए। इसके बाद उनका और पुलिस का आपस में लुका-छिपी का खेल चलता रहा। अब पुलिस ने आखिरकार आजाद को गिरफ्तार कर लिया है।