रायपुर। रायपुर के अनुपम नगर में 65 लाख की डकैती के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। जांच में खुलासा हुआ है कि इस संगठित अपराध का मुख्य आरोपी पीड़ित का पड़ोसी ही है। रायपुर एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह के मार्गदर्शन में पुलिस टीम ने दुर्ग और राजनांदगांव से 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गुरुवार को आईजी अमरेश मिश्रा मामले का खुलासा करेंगे।
बता दें घटना खम्हारडीह थाना क्षेत्र के अनुपम नगर की है। 11 फरवरी को नकाबपोश 5 डकैत सफेद रंग की कार से अनुपम नगर अनुपम नगर पहुंचे। परिवार को बंधक बनाकर 65 लाख की डकैती को अंजाम दिया। डकैतों के साथ एक महिला भी थी। सभी मुंह पर कपड़ा बांधे हुये थे। बारी-बारी सभी आरोपी मनोहर वेल्लू के घर के अंदर घुसे। इस दौरान घर में मनोहर वेल्लू व उनकी दो बहन रजनी वेल्लू, प्रेमा वेल्लू मिली। आरोपी मिलिट्री ड्रेस पहने हुये थे। इनमें से एक डकैत ने अपने पास रखी पिस्टल निकालकर जान से मारने की धमकी दी। घर में मौजूद भाई-बहन डर गये। डकैतों ने घर के सभी लोगों के हाथ पैर बांधकर उनके मुंह में टेप लगा दिया और फिर घर में रखे आलमारी को खंगाला तो उसमें से करीब 65 लाख नगदी व जेवरात मिले, जिसे अपने पास रखकर डकैत फरार हो गये। घटना के बाद घर के लोगों में चीख-पुकार मच गई। शोर सुनकर पड़ोसी घर के अंदर पहुंचे और बंधक बने लोगों की रस्सी खोलकर उन्हें छुड़ाया।

घटना के बाद पुलिस ने शहर में नाकेबंदी की और जगह जगह के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। खुफिया इनपुट्स के आधार पर रायपुर पुलिस ने देर रात विशेष ऑपरेशन चलाया, जिसमें आरोपियों को धरदबोचा गया। बताया जा रहा है कि डकैती की रकम का बंटवारा करने के लिए सभी आरोपी गुप्त ठिकाने पर छिपे हुए थे। यह अपराध जमीन विवाद के चलते अंजाम दिया गया था। जैसे ही पुलिस को डकैतों की सटीक लोकेशन की जानकारी मिली, एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देश पर एसीसीयू के एडिशनल एसपी व प्रभारी परेश पांडे के नेतृत्व में 60 सदस्यीय विशेष टीम का गठन किया गया। 10 अलग-अलग टीमें रातोंरात दुर्ग और राजनांदगांव रवाना की गईं। घेराबंदी कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर रायपुर लाया गया। आईजी अमरेश मिश्रा मामले का खुलासा करेंगे।
