भिलाई। 39 माह के एरियर्स सहित अन्य मांगों को लेकर भिलाई स्टील प्लांट की सभी यूनियनों द्वारा सोमवार को एक दिवसीय हड़ताल शुरू की। प्लांट में हड़ताल का असर दिख रहा है। सुबह पांच बजे से ही यूनियन के नेता व कर्मचारी प्लांट के गेट पर जमा होने लगे। संयुक्त यूनियनों की हड़ताल का प्लांट के कर्मचारियों ने भी समर्थन किया है। इसके कारण प्लांट में प्रोडक्शन प्रभावित हो रहा है। अधिकारी पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। इस हड़ताल में बीएसपी की 11 ट्रेड यूनियन शामिल हैं। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए भारी संख्या में पुलिस और सीआईएसएफ में जवानों ने मोर्चा संभाला है।
भिलाई स्टील प्लांट में भी हड़ताल को लेकर यूनियनों ने कई दावे किए हैं। प्लांट के भीतर जाने वाले सभी गेट पर सन्नाटा पसरा हुआ है। मेन गेट पर सीटू और बोरिया गेट पर इंटक और बीएमएस के बैनर दिख रहे हैं। अन्य गेट पर एचएमएस, लोइमू, एटक, एक्टू, स्टील वर्कर्स यूनियन, इस्पात श्रमिक मंच के झंडे नजर आ रहे हैं। कर्मचारियों के समर्थन के कारण हंगामे जैसी स्थिति नहीं है।
एसएमएस -2 व 3 तथा यूआरएम में उत्पादन प्रभावित
हड़ताल के कारण एसएमएस -2 व 3 तथा यूआरएम में उत्पादन प्रभावित हो रहा है। बताया जा रहा है कि इन तीनों सेक्शन में कर्मचारियों की हाजिरी काफी कम है और जो कर्मचारी पहुंचे है वे भी काम करने में आनाकानी कर रहे हैं। अधिकारी कर्मचारियों को मनाने में लगे हैं। एसएमएस -2 व 3 तथा यूआरएम में अधिकतर युवा कर्मचारी है वे भी हड़ताल का पूर्ण समर्थन कर रहे हैं। यही नहीं क्रेन ऑपरेशन से जुड़े कर्मचारियों के बारे में बताया जा रहा है कि वे ड्यूटी नहीं गए हैं। कर्मचारी खुद से ही ड्यूटी से नदारद हैं। यूनियन के नेता बीएसपी के हड़ताल को सफल बता रहे हैं।

ठेका कर्मियों ने भी किया समर्थन
हड़ताल के समर्थन में ठेका कर्मी भी हैं। ठेका कर्मी भी बोनस को लेकर हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं। इसके कारण भी प्लांट का प्रोडक्शन प्रभावित दिख रहा है। अधिकारी भी दबे मन से इस बात को मान रहे है। रविवार को जो कर्मचारी नाइट ड्यूटी पर गए थे उन्हें रोक लिए जाने की भी सूचना है। बताया जा रहा है नाइट शिफ्ट वाले कर्मचारियों को रोककर जनरल शिफ्ट में काम लिया जा रहा है। उनके खाने व सोने का इंतजाम भी प्लांट के भीतर ही किया जा रहा है।