रायपुर। दंतेवाड़ा में मोतियाबिंद के ऑपरेशन में लापरवाही बरतने वालों पर साय सरकार ने सख्त कार्रवाई की है। इस मामले में सामने आने के बाद सरकार प्रभावितों का राजधनी रायपुर के मेकाहरा में इलाज करा रही है। वहीं इस मामले में लापरवाही बरतने वालों को निलंबित कर दिया है। सरकार ने सर्जरी करने वाली डॉ गीता नेताम, ममता वेदे स्टाफ नर्स और दीप्ति टोप्पो नेत्र सहायक अधिकारी को सस्पेंड किया गया है।
बता दें दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में 18 और 20 अक्टूबर को 20 मरीजों का मोतियाबिंद ऑपरेशन किया गया था। ऑपरेशन के बाद 11 मरीजों की आंखों में इंफेक्शन फैल गया। इंफेक्शन की शिकायत के बाद इन मरीजों को आंबेडकर अस्पताल रेफर किया गया। इस घटना के सामने आने के बाद राज्य की विष्णुदेव सरकार ने सख्त कार्रवाई करते हुए सर्जरी करने वाली डॉक्टर सहित तीन जिम्मेदारों को सस्पेंड कर दिया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने की मरीजों से मुलाकात
इसके बाद रविवार को स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी अस्पताल पहुंचे और मरीजों का हाल-चाल जाना। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल अस्पताल में भर्ती मरीजों और स्वजनों से मुलाकात करने पहुंचे। मंत्री ने स्वजनों और मरीजों से बातचीत कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। अस्पताल में भर्ती मरीजों को मिल रही सुविधाओं का जायजा लिया और मरीजों से बात कर उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की। मंत्री जायसवाल ने इस दौरान दंतेवाड़ा से आए मोतियाबिंद ऑपरेशन कराने वाले मरीजों से भी मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल के स्टाफ और चिकित्सकों से भी बात कर उन्हें बेहतर काम करने और मरीजों की उचित देख देख करने के निर्देश दिए।





