नईदिल्ली। उत्तरप्रदेश की दो प्रतिष्ठित सीटों को लेकर कांग्रेस पार्टी ने सस्पेंस खत्म कर दिया है। नामांकन के आखिरी दिन कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की रायबरेली और अमेठी लोकसभा सीट पर अपने उम्मीदवारों का एलान कर दिया। राहुल गांधी रायबरेली और किशोरी लाल शर्मा अमेठी लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में होंगे। इसके साथ प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की अटकलों पर विराम लग गया। कांग्रेस ने शुक्रवार सुबह इसकी आधिकारिक घोषणा की।
बता दें अमेठी और रायबरेली में 20 मई को मतदान है। भारतीय जनता पार्टी ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को अमेठी से एक बार फिर उम्मीदवार घोषित किया है। स्मृति ने 29 अप्रैल को अपना नामांकन पत्र भी दाखिल किया था। वहीं रायबरेली से भाजपा ने दिनेश प्रताप सिंह को टिकट दिया है। इधर टिकट फाइनल होने के बाद राहुल गांधी और केएल शर्मा शुक्रवार को अपना-अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। इन दोनों सीट पर सात चरण में होने वाले लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के तहत 20 मई को मतदान होगा। जिसके लिए नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन शुक्रवार यानी आज है।
कांग्रेस की परंपरागत सीट है अमेठी
रायबरेली को कांग्रेस का परंपरागत सीट कहा जाता है। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी 1999 के लोकसभा चुनावों तक अमेठी सीट से चुनाव लड़ती थीं। इसके बाद 2004 में उन्होंने राहुल के लिए यह सीट छोड़ी और रायबरेली का रुख किया। राहुल ने 2004 और 2009 के लोकसभा चुनाव में अमेठी से आसान जीत दर्ज की। 2014 में जरूर राहुल को स्मृति ईरानी ने टक्कर दी, लेकिन हरा नहीं पाईं। इसके बाद 2019 में राहुल ने अमेठी के अलावा वायनाड से भी चुनाव लड़ा। अमेठी में उन्हें स्मृति ईरानी के हाथों हार का सामना करना पड़ा, लेकिन वे वायनाड से जीतकर लोकसभा पहुंचे। इस बार सोनिया गांधी को पार्टी ने राज्यसभा भेजने का फैसला किया और उनकी पारंपरिक सीट रायबरेली से राहुल गांधी की टिकट पक्की की गई।