रायपुर (श्रीकंचनपथ न्यूज़)। अपने कब्जे वाली कोरबा सीट को दोबारा हासिल करना कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है। इस सीट पर पार्टी प्रत्याशी ज्योत्सना महंत के पक्ष में जनसभा लेने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पहुंची तो यहां का राजनीतिक माहौल गरमाना भी लाजिमी था। महंत के पक्ष में प्रियंका ने जोरदार चुनावी माहौल बनाया। भाजपा ने इस सीट से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व सांसद सरोज पाण्डेय को उतारकर कांग्रेस के समक्ष कड़ी चुनौती पेश की है। राजनीति के जानकार भी यहां कांटे की टक्कर की संभावना जता रहे हैं।
तीसरे चरण के मतदान के लिए कोरबा लोकसभा सीट को हाईप्रोफाइल सीट माना जा रहा है। जहां कांग्रेस की प्रतिष्ठा दांव पर है। वहीं बीजेपी इस सीट पर कब्जा करना चाहती है। इसके चलते दोनों ही दलों के केंद्रीय नेताओं का लगातार इस सीट पर दौरा और जनसभा के कार्यक्रम चल रहे हैं। एक दिन पहले 1 मई को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बाद आज कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी कोरबा के चिरमिरी में आमसभा को संबोधित किया। प्रियंका ने कोरबा के चिरमिरी में प्रचार किया। उनकी चिरमिरी में दोपहर 12:30 बजे डोमनहिल फुटबॉल ग्राउंड में चुनावी सभा हुई।
प्रियंका का छत्तीसगढ़ में दूसरा दौरा
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार 2 मई को कोरबा लोकसभा सीट पर जनसभा की। प्रियंका का यह दूसरा दौरा है। इससे पहले दूसरे चरण के प्रचार के लिए प्रियंका ने राजनांदगांव और कांकेर में चुनावी सभा को संबोधित किया था। इसके बाद उनकी मांग कोरबा सीट पर की गई, जहां आज सभा आयोजित की गई। छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस को प्रदेश की कुल 11 सीटों में से केवल 2 सीट बस्तर और कोरबा पर ही जीत मिली थी। बाकी 9 सीटों पर बीजेपी ने का कब्जा है। कांग्रेस ने फिर से मौजूदा सांसद ज्योत्सना महंत पर भरोसा जताया है। जबकि बीजेपी से पार्टी की दिग्गज नेत्री सरोज पांडेय को चुनावी मैदान उतारा है। इसलिए यह सीट महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
महंत ने लगाया पूरा जोर
कोरबा सीट पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत की प्रतिष्ठा दाँव पर है। यही वजह है कि उन्होंने अपना पूरा जोर इस सीट को जीतने पर लगा दिया है। यहां से कांग्रेस ने उनकी पत्नी ज्योत्सना महंत को दूसरी बार टिकट दिया है। विधानसभा चुनाव के परिणाम को देखते हुए राजनीतिक जानकार इस सीट पर काटें की टक्कर मानकर चल रहे हैं। इसके चलते यहां पर वीआईपी मूवमेंट के साथ ही चुनावी सभा भी लगातार हो रही है। गौरतलब है कि इस सीट से खुद महंत भी सांसद रह चुके हैं। वे केन्द्रीय मंत्री भी रहे, लेकिन अगले चुनाव में उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था। इसके बाद कांग्रेस ने 2019 में उनकी पत्नी ज्योत्सना महंत को प्रत्याशी बनाया, जो निवर्तमान सांसद हैं।