भिलाई। दुर्ग जिले के धमधा थाना क्षेत्र में एक किसान से लाखों की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। दरअसल शातिर ने अपनी कृषि भूमि किसान को बेची। किसान ने जमीन पर लिए गए लोन को भी पटा दिया और अपने नाम पर रजिस्ट्री भी करवाई। लाखों रुपए में दो एकड़ से ज्यादा की जमीन का सौदा हुआ। जमीन खरीदने वाला किसान जब प्रमाणीकरण कराने रजिस्ट्री कार्यालय गया तो पता चला कि उसकी जमीन पर फिर से लोन ले लिया गया है। इसके बाद किसान ने कई बार शातिर से कहा कि लोन की राशि पटा दे लेकिन वह नहीं माना। इस मामले में धमधा थाने में शिकायत के बाद पुलिस ने धारा 420 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार यह पूरा मामला धमधा क्षेत्र का है। ग्राम खपरी निवासी धनेन्द्र साहू ने अपनी कृषि भूमि खसरा नंबर 03, 13, 14 रकबा कुल 0.88 हेक्टेयर (2.174 एकड) जमीन का सौदा आवेदिका किसान संतोषी साहू से किया। 3 जुलाई 2017 को जमीन का सौदा हुआ। अनावेदक धनेन्द्र साहू की भूमि आईडीबीआई बैंक नेहरू नगर भिलाई के के0सी0सी0 ऋण होने के कारण से बंधक था। सौदा होने के बाद धनेन्द्र साहू ने बताया कि जमीन पर आईडीबीआई बैंक नेहरू नगर से केसीसी लोन लिया है। उसने बताया कि रजिस्ट्री से पहले केसीसी लोन 10 लाख 36 हजार 340 रुपए पटाना होगा।
इस पर जमीन खरीदने वाली संतोषी साहू ने पति के साथ बैंक का लोन 10 लाख 36 हजार 340 रुपए पटा कर बंधन मुक्त कर दिया। इसके बाद जमीन की रजिस्ट्री हो गई। उक्त भूमि का प्रमाणीकरण होने के एक वर्ष बाद पटवारी द्वारा ऋण पुस्तिका प्रदान किया गया। इसके बाद सितम्बर 2018 में जब संतोषी साहू ने अपनी खरीदी भूमि का अनालाईन बी-01 निकाला तो पता चला कि उसकी भूमि को अनावेदक धनेन्द्र के नाम से बंधक दिखाया जा रहा है। इसके बाद आईडीबीआई बैंक नेहरू नगर से पता चला कि उस जमीन पर धनेन्द्र साहू ने फिर से 10 लाख रुपए केसीसी लोन ले लिया है और वर्तमान में वह जमीन धनेन्द्र साहू के नाम पर ही दिखाया जा रहा था।
लोन का पैसा पटाने कहा तो दिखाए तेवर
इसके बाद संतोषी साहू ने उसकी जमीन को अपना बताकर लोन लेने वाले धनेन्द्र से बैंक में रुपए जमा कर बंधन मुक्त कराने कहा गया। धनेन्द्र साहू ने लोन पटाने का आश्वासन दिया लेकिन नहीं पटाया। इस मामले में थाने पहुंचने पर वहां थाना प्रभारी के सामने काउंसलिंग भी हुई। इस दौरान धनेन्द्र साहू ने कुछ समय मांगा और लोन की राशि पटा देने का भरोसा दिलाया। थाने में पैसा पटाने का वादा करने के बाद धनेन्द्र साहू लगातार गुमराह करता रहा। इसके बाद संतोषी साहू थाने पहुंची और धनेन्द्र की करतूत बताई। संतोषी साहू ने बताया कि जमीन बेचने के बाद फर्जी दस्तावेज बनाकर उसी जमीन पर फिर से लोन लिया। कई बार लोन पटाने का आश्वासन दिया लेकिन लोन नहीं पटाया। इसके बाद धमधा पुलिस ने शिकायत की जांच की और धनेन्द्र साहू के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।