रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले ईडी के छापे चर्चा में है। बुधवार को मुख्यमंत्री के सलाकार विनोद वर्मा व ओएसडी मनीष बंछोर सहित अन्य के ठिकानों नी ईडी ने रेड की। रेड़ के बाद गुरुवार को मीडिया के सामने विनोद वर्मा ने मोदी सरकार व ईडी पर जमकर बरसे। इस दौरान विनोद वर्मा ने ईडी की रेड को ईडी की डकैती कहा। उन्होंने ईडी की छापेमारी का आधार एक मैगजीन में छपी मनोहर कहानी को बताया साथ ही उन्होंने ऑनलाइन गेमिंग ऐप के मामले में गिरफ्तार आरोपी चंद्र भूषण वर्मा से अपने संबंधों को नकारा है।
विनोद वर्मा ने कहा कि ईडी केन्द्र सरकार के इशारों पर काम कर रही है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की स्थिति मजबूत है और सीएम भूपेश के नेतृत्व में दोबारा सरकार बनने जा रही है इसलिए केन्द्र सरकार ने ईडी को पीछे लगा दिया है। पीएम मोदी एक तानाशाह की तरह काम कर रहे हैं। जो भी सीएम बघेल के लिए काम कर रहा है उसके घर ईडी पहुंच जाती है। विनोद वर्मा ने बताया कि उन्होंने घर में मिले एक-एक गोल्ड की बिल दिखाई केवल पत्नी को मिले एक गोल्ड के गिफ्ट को छोड़कर। फिर भी सारा सोना जब्त कर ले गए। बेटे की शादी में मिली नगदी भी ले गए। ईडी ने रेड के नाम पर केवल डकैती की है।
विनोद वर्मा ने कहा कि वे 1987 से पत्रकार रहे हैं और पिछले कुछ सालों से राजनीति में आए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ईडी 65 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने की बात कर रही है जबकि एक अठन्नी की भी लॉन्ड्रिंग नहीं की। उन्होंने यह भी कहा कि एएसआई चंद्रभूषण वर्मा से उनका कोई संबंध नहीं है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनका नाम बदनाम करने की कोशिश की गई तो वे कानूनी कार्रवाई करेंगे।
