भिलाई। दुर्ग पुलिस द्वारा आनलाइन सट्टा के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। पुराने पकड़े गए आरोपियों के द्वारा दिए गए इनपुट व मोबाइल डिटेल्स लेकर छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों में बैठकर भिलाई में कारोबार कर रहे सटोरियों पर नकेल कसी जा रही है। इसी कड़ी में दुर्ग पुलिस ने झारखंड के हजारीबाग जिले में संचालित आनलाइन सट्टा ब्रांच को ध्वस्त किया है। पुलिस ने यहां से 6 सटोरियों को गिरफ्तार किया है। खास बात यह है कि इन सटोरियों में तीन तो सगे भाई निकले। पुलिस ने इनके पास से तीन लैपटाप, 17 मोबाइल, दो नग पोर्टेबल वाई फाई राउटर और विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड, चेकबुक और पासबुक जब्त किए गए हैं। आरोपियों के खिलाफ जामुल थाना में छत्तीसगढ़ जुआ एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की गई।
सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दुर्ग एसपी शलभ सिन्हा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि झारखंड के हजारीबाग जिले में एक किराये का मकान लेकर रेड्डी अन्ना ऐप के बुक नंबर 244 का संचालन किया जा रहा था। पुलिस को पुराने पकड़े गए आरोपियों से इनका इनपुट मिला था। इसके आधार पर पुलिस की एक टीम हजारीबाग पहुंची और किराए के मकान में दबिश दी। पुलिस ने मौके से हाउसिंग बोर्ड दादर चरोदा भिलाई के निवासी प्रकाश सिंह (30) आनंद सिंह (27) और रिशु सिंह (25), नितेश कुमार सिंह (26) निवासी संग्राम चौक कैंप-1, आकाश महानंद (21) निवासी माडल टाउन इंद्रा नगर और रवि उर्फ गोलू तांडी (29) निवासी माडल टाउन इंद्रा नगर को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपियों में प्रकाश सिंह, आनंद सिंह, और रिशु सिंह सगे भाई हैं। करीब डेढ़ माह पहले तक यह सभी बिहार के औरंगाबाद में पैनल संचालित कर रहे थे। पुलिस जब वहां पहुंची तो वे तब तक भाग चुके थे। अब जब पुलिस को उनके दूसरे ठिकाने की खबर मिली तो टीम ने दबिश देकर सभी को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से लैपटॉप, मोबाइल फोन सहित लाखों रुपए के सट्टा का हिसाब किताब मिला है। पकड़े गए सटोरियों से कई और सटोरियों का लिंक पता चल सकता है।
