भिलाई। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय जैसे-जैसे नजदीक पहुंच रहा है वैसे-वैसे उग्र होता जार रहा है। चक्रवात के तट से टकराने से पहले कच्छ के कई हिस्सों में तेज बारिश शुरू हो गई है। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय अगले 48 घंटों यानी 15 जून की शाम तक जखऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र और कच्छ से टकराएगा। बिपरजॉय चक्रवात का असर रेलवे पर भी पड़ा है। पश्चिम रेलवे ने एहतियात के तौर पर 67 ट्रेनों के परिचालन को पूरी तरह से रद्द कर दिया है। इसी कड़ी में रायपुर-दुर्ग से होकर गुजरने वाली आधा दर्जन ट्रेनें भी बिपरजॉय के कारण प्रभावित हो रही हैं।
पश्चिम रेलवे की दुर्ग रायपुर से गुजरने वाले ट्रेनों में 12905 पोरबंदर शालीमार एक्सप्रेस 14 जून एवं 15 जून को कैंसिल रहेगी। इसी प्रकार ट्रेन नंबर 12906 शालीमार पोरबंदर एक्सप्रेस दिनांक 16 जून एवं 17 जून को कैंसिल रहेगी। ट्रेन नंबर 22906 शालीमार ओखा एक्सप्रेस दिनांक 13 जून को सुंदरनगर स्टेशन में शॉर्ट टर्मिनेट होगी। ट्रेन नंबर 22829 भुज शालीमार एक्सप्रेस दिनांक 13 जून को अहमदाबाद स्टेशन से प्रारंभ होगी। ट्रेन नंबर 12940 पोरबंदर संतरागाछी एक्सप्रेस दिनांक 16 जून को अहमदाबाद स्टेशन से प्रारंभ होगी।
अलर्ट मोड पर गुजरात सरकार
सौराष्ट्र और कच्छ तट पर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के खतरे के कारण गुजरात सरकार अलर्ट मोड पर है। बिपरजॉय चक्रवाती तूफान फिलहाल अरब सागर को पार कर रहा है और गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है। गुजरात के कांडला में दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों ने निचले इलाकों में लोगों को गांधीधाम में आश्रयों में स्थानांतरित करना शुरू कर दिया। यहां 6 जहाज बंदरगाह को पहले ही छोड़ चुके हैं और 11 जहाज आज रवाना हो जाएंगे। यहां भारी बारिश की आशंका जताई गई है। मछली पकड़ने के परमिट पर रोक लगा दी गई है।

बिपरजॉय को लेकर पीएम मोदी की बैठक
चक्रवात की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को उच्च स्तरीय बैठक कर बिजली, संचार, स्वास्थ्य और पेयजल जैसी सभी आवश्यक सेवाओं को बनाए रखने और इन्हें कोई क्षति पहुंचने पर तत्काल बहाल करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने पशुओं की भी सुरक्षा सुनिश्चित करने और 24 घंटे चलने वाले नियंत्रण कक्ष स्थापित करने को कहा है।
राहत व बचाव के लिए कई टीमें तैनात
इस बीच राहत व बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ की 12 टीमें तैनात कर दी हैं, साथ ही NDRF ने 15 टीमों को आपात स्थिति के लिए तैयार रखा है। अभी तक 7,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। पोरबंदर के 31 गांवों से 3,000 लोगों और देवभूमि द्वारका में 1,500 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। अरब सागर में उठे चक्रवात बिपरजाय के चलते दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गुरुवार और शुक्रवार को हल्की वर्षा हो सकती है।