भिलाई। डॉ. बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के दिखाये रास्ते पर चलकर हमें लोकतांत्रिक व्यवस्था की निरंतर मजबूती के लिए कार्य करना है। उनके जैसा संघर्ष विरले ही कर पाते हैं, लेकिन कोशिश हम सभी कर सकते हैं कि उनके मूल्यों पर चलकर उनके दिखाये रास्ते पर चलकर अपने लोकतंत्र को सुदृढ़ करने निरंतर काम कर सकें। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस आशय के विचार शुक्रवार को बुद्ध विहार सेक्टर-6 भिलाई में आयोजित डॉ. बाबा साहब अंबेडकर सार्वजनिक जयंती समारोह में व्यक्त किए। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने डॉ. बाबा साहब भीमराव आंबेडकर द्वारा स्थापित दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया के सेक्टर-6 भिलाई में बुद्ध विहार में चल रहे निर्माण कार्य को पूर्ण करने के लिए 25 लाख रुपए राशि देने की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने संविधान में सबसे अच्छे आदर्शों को शामिल किया गया। बाबा साहेब अंबेडकर ने अपना पूरा जीवन देश सेवा में समर्पित किया। बाबा साहब ने जो संविधान बनाया, उसमें अंतिम व्यक्ति की आवाज भी सुनाई देती है और उसका असर होता है। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने जो मंत्र दिया, उस रास्ते पर चलकर हमें देश को मजबूत करने की जरूरत है। बाबा साहब हमेशा संगठित होने और शिक्षा पर जोर देते थे। उनका कहना था कि एक शिक्षित राष्ट्र ही महानता की ओर बढ़ता है। भारत में अंग्रेजों की नीति फूट डालो और राज करो की थी। बाबा साहब ने इस बात को समझा और समाज को संगठित होने का संदेश दिया। आजाद भारत में हम इस उद्देश्य को लेकर आगे बढ़े।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें संविधान की गरिमा को अक्षुण्ण रखने के लिए कार्य करना है। हमारे संविधान से ही हमारे लोकतांत्रिक व्यवस्था की मजबूती है। इसके लिए हमें काम करना है। उन्होंने कहा कि हमारी पीढ़ी की जिम्मेदारी है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने लगातार काम करें। बाबा साहब ने देश को लेकर जो सपने देखे, उन सपनों को मूर्त रूप देने के लिए निरंतर कार्य करते रहें। हमारे पुरखों ने जो आधुनिक भारत की नींव रखी उसे मजबूत इमारत बनाने का काम करें।
गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि बाबा साहब ने संविधान निर्माता के रूप में देश को एक आदर्श संविधान दिया है। हमें निरंतर उनके दिखाये रास्ते पर चलना है। इस मौके पर विधायक देवेंद्र यादव, महापौर नीरज पाल, केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष राजेंद्र साहू, अंत्यावसायी निगम की उपाध्यक्ष नीता लोधी, संभागायुक्त महादेव कांवरे सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा अधिकारीगण उपस्थित थे।
भिलाई तीन के कार्यक्रम में भी हुए शामिल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को बुद्ध विहार भिलाई-3, सेन्ट्रल बैंक के बाजू में आयोजित ‘डॉ. भीमराव अंबेडकर की 132 वीं जयंती समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने यहां सन् 1990 में समाज द्वारा स्थापित अष्टधातु से निर्मित बुद्ध प्रतिमा को नमन किया। मुख्यमंत्री ने समारोह में डॉ. बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रारंभिक शिक्षा से लेकर जीवन पर्यंत संघर्ष का उल्लेख किया। उन्होंने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को जीवन पर्यंत समाज के संघर्षरत् व्यक्ति के लिए लड़ने वाला महामानव बताया। मुख्यमंत्री ने युवाओं को डॉ. अंबेडकर की शिक्षा, एकता व संघर्ष के मूल मंत्र को अपनाने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा डॉ. अंबेडकर की जयंती पूरे विश्व में मनाई जाती है, उनके त्याग से सभी परिचित हैं। अंतिम समय में उन्होंने बौद्ध धर्म को अपनाया और प्रज्ञा, करुणा व मैत्री का प्रचार-प्रसार किया। उन्होंने जो भी कार्य किए सब मील का पत्थर साबित हुए। उन्होंने कहा आपसी एकता के लिए आवश्यक है कि संपूर्ण मानव जाति समानता के अधिकार का सम्मान करें। मुख्यमंत्री बघेल ने संविधान निर्माता डॉ. अंबेडकर को बहुआयामी प्रतिभा का धनी बताया। श्री बघेल ने बताया कि डॉ. अंबेडकर ने कहा था कि संविधान कितना भी अच्छा हो लेकिन परिणाम इसे लागू करने वाले व्यक्ति के ऊपर निर्भर करता है। मुख्यमंत्री ने संविधान की रक्षा के लिए सभी से एक साथ आगे आकर इसे और बेहतर व सशक्त बनाने की अपील की।