वॉशिंगटन (एजेंसी)। अमेरिका ने शनिवार देर रात उत्तरी क्षेत्र के ऊपर चक्कर लगा रहे चीन के जासूसी गुब्बारे को मार गिराया। अमेरिका ने सिर्फ एक मिसाइल दागकर इस स्पाई बैलून को अटलांटिक महासागर में गिरा दिया। साथ ही गुब्बारे के संवेदनशील मलबे को ढूंढने कर कब्जे में लेने के लिए एक टीम भी रवाना कर दी। इस घटना पर अब चीन की भी प्रतिक्रिया आई है। चीन के विदेश मंत्रालय ने इस पर नाराजगी जाहिर की है।
🚨#BREAKING: Incredible HD footage of the Chinese surveillance balloon being shot down
— R A W S A L E R T S (@rawsalerts) February 4, 2023
🚨#MyrtleBeach l #SC
Watch incredible HD video of the moment when the Chinese surveillance balloon was shot down by a single missile from an F-22 fighter jet from Langley Air Force Base pic.twitter.com/KjwTrgcvcb
चीन ने कहा, हम इस मामले पर असंतुष्टि जाहिर करते हैं और अमेरिका द्वारा एक मानवरहित नागरिक एयरशिप पर बलपूर्वक कार्रवाई करने का सख्त विरोध करते हैं। चीनी विदेश मंत्रालय ने अमेरिका को धमकाते हुए कहा, जाहिर तौर पर जासूसी गुब्बारे पर अमेरिका की प्रतिक्रिया अतिवादी रही और यह अंतरराष्ट्रीय हितों का उल्लंघन था। हम इस मामले में जरूरी प्रतिक्रिया देने का अधिकार भी अपने पास सुनिश्चित रखते हैं।

पेंटागन के अधिकारियों ने शनिवार को ही कहा कि पिछले कुछ दिनों से उत्तरी अमेरिकी के आसमान पर उड़ रहे जासूसी गुब्बारे को एफ-22 फाइटर जेट के जरिए एक मिसाइल दागकर नीचे गिरा दिया गया। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि यह कार्रवाई देश के अधिकार क्षेत्र में थी, जो कि चीन की ओर से स्वायत्ता के उल्लंघन की वजह से की गई।

चीन के जासूसी गुब्बारे पर अमेरिका क्यों बौखलाया?
रिपोट्र्स की मानें तो चीन का जासूसी गुब्बारा मोंटाना की मिसाइल फील्ड्स के ऊपर से गुजर रहा था। इसी क्षेत्र में अमेरिका के कुछ अहम हथियार भी रखे हैं। हालांकि, अमेरिका का कहना है कि इस क्षेत्र से जुटाई जानकारी चीन के लिए सीमित कीमत की है। लेकिन किसी भी देश की तरफ से इस तरह की घुसपैठ बर्दाश्त नहीं की जा सकती।