बिलासपुर। महादेव बुक आईडी से सट्टा का कारोबार पूरे प्रदेश को अपनी गिरफ्त में ले चुका है। दुर्ग के बाद बिलासपुर पुलिस ने भी ऑनलाइन सट्टा कारोबार पर बड़ी कार्रवाई की है। एसएसपी पारुल माथुर के निर्देश पर बिलासपुर के तोरवा पुलिस ने देवरी खुर्द के बूटापारा से 7 सटोरियों को गिरफ्तार किया है। खासबात यह है कि इसका भी लिंक दुर्ग से जुड़ा हुआ है। पकड़े गए सटोरियों में दो दुर्ग के हैं और इनका सरगना भी दुर्ग से ही है जो फरार बताया जा रहा है। पुलिस ले सटोरियों के पास से 2 लाख 47 हजार रुपए कैश के साथ ही 6 लैपटॉप व 10 मोबाइल जब्त किया है। साथ ही पुलिस को लाखों के लेनदेन का रिकार्ड भी मिला है।
मिली जानकारी के अनुसार ऑनलाइन सट्टे के खिलाफ कार्रवाई की कड़ी में तोरवा पुलिस को पता चला कि देवरीखुर्द के बूटापारा में एक दफ्तर है जहां कुछ संदिग्ध गतिविधियां संचालित हो रही है। सूचना के बाद मौके पर तोरवा थाना प्रभारी फैजूल शाह अपनी टीम के साथ पहुंचे तो कुछ युवक लैपटॉप काम कर रहे हैं। इसके बाद मौके पर दबिश देकर मुंगेली के जरहागांव निवासी युगल साहू को गिरफ्तार किया गया। इसके द्वारा यहां के पूरे नेटवर्क का पता चला।
पूछताछ में युगल ने बताया कि यह पूरा नेटवर्क दुर्ग के बुकी मनीष सोनवानी का नाम बताया। इसके बाद पुलिस ने मनीष सोनवानी को पकड़ने का प्लान बनाया और युगल से उसकी फोन पर बात कराई। इस दौरान युगल ने पकड़े जाने और उसके बाद पुलिस द्वारा उसे छोड़ दिए जाने की जानकारी दी। इसके बाद मनीष ने पुरानी आईडी का पुलिस को पता चल जाने की बात कहकर लैपटॉप जमा कराने कहा। इसके बाद योजना के अनुसार बिलासपुर पुलिस युगल के साथ दुर्ग पहुंची और जैसे ही मनीष लैपटॉप लेने पहुंचा पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया।

इसके बाद पुलिस ने एक एक कर पांच अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में मुंगेली के धरमपुरा निवासी चन्दन साहू (26), दुर्ग के अरसी क्षेत्र के बोरी निवासी हेमराज निषाद(24), बेमेतरा बेरला के दबलघोर निवासी चिरंजीव निषाद (22), दुर्ग के अरसी के बोरी निवासी अनिल कुमार निषाद (24) और दुर्ग के बोरी के लिटिया निवासी खोमलाल वर्मा (19) को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि यह पूरा नेटवर्क दुर्ग निवासी मनोज सोनी चला रहा है। फिलहाल मनोज सोनी फरार बताया जा रहा है।




