रायपुर। भानुप्रतापपुर उपचुनाव में ट्विस्ट आ गया है। एक दिन पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ झारखंड में रेप केस का बम फोड़ा था। इस मामले में सोमवार को रायपुर पुलिस के आरक्षक को एसपी ने निलंबित कर दिया है। बताया जा रहा है जिस गैंगरेप के मामले में भाजपा प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम को आरोपी बताया जा रहा है उसमें आरक्षक का नाम भी आया था। मामला जब गर्म हुआ तो रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने आरक्षक को निलंबित कर दिया है।
भाजपा विधायक ब्रह्मानंद नेताम पर सामूहिक दुष्कर्म और नाबालिग को देह व्यापार में धकेलने के आरोपों पर छत्तीसगढ़ में राजनीति तेज हो गई है। मामला सामने आने के बाद रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने आरक्षक केशवराम सिन्हा को निलंबित कर दिया। यह सिपाही रायपुर के न्यू राजेंद्र नगर थाने में पदस्थ था। एएसपी द्वारा जारी निलंबन आदेश में भी गैंगरेप का जिक्र है। इसमें लिखा गया है कि झारखंड के पूर्वी सिंहभूमि के टेल्को थाने में दर्ज नाबालिग से दुष्कर्म और अनैतिक देह व्यापार के मामले की एफआईआर में आरक्षक की संलिप्तता की जानकारी सामने आई है। नाबालिग पीडि़ता के साथ घटित अपराध की अत्यंत गंभीर धाराओं के आरोपी आरक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। निलंबन आदेश के बाद आरक्षक को पुलिस लाइन अटैच कर दिया है।
चरामा से है कनेक्शन
बता दें भाजपा प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम कांकेर जिले के चरामा के रहने वाले हैं। निलंबित सिपाही केशवराम सिन्हा भी कांकेर के चारामा का ही रहने वाला है। बताया जा रहा है कि पीसीसी अध्यक्ष ने झारखंड के जिस रेपकांड का जिक्र किया है उसकी चार्जशीट में ब्रह्मानंद नेताम के साथ ही उस अपराध की चार्जशीट में इस सिपाही का भी नाम है। चार्जशीट के मुताबिक इस रेपकांड में आरक्षक भी नाबालिग के साथ दुष्कर्म का अपराध में सहायक रहा है। सिपाही के निलंबन के साथ ही प्रशांत अग्रवाल ने रायपुर की महिला सेल को भी इस केस में सक्रिय कर दिया है। उन्होंने महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जांच के लिए बनी विशेष यूनिट को भी इस केस की जांच के लिए लगा दिया है।