राजनांदगांव. झाड़-फूंक के नाम पर लोगों को ठगने वाले एक गिरोह का राजनांदगांव पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गिरोह के 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने एक पति-पत्नी से करीब डेढ़ लाख रुपए ठग लिए थे। एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर पूरे मामले का खुलासा किया। एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने बताया कि प्रार्थी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी पत्नी को पिछले कुछ समय से पैर में तकलीफ थी। जिसका कई जगह ईलाज कराने के बाद भी कोई आराम नहीं मिला था। प्रार्थी के जान पहचान वाले द्वारा बताया गया कि राजनांदगांव निवासी ज्ञानु सिंग आयुर्वेदिक दवाई देता है। बैद ज्ञानु सिंह प्रार्थी के घर आया और ईलाज के लिए बस्तर से एक बड़े वैद्यराज का हवाला देकर प्रार्थी से फोन पे के माध्यम से 5000 रुपए ले लिया। इसके बाद फिर 1 हजार रुपए लिया गया। फिर 20 हजार रुपए फोन पे से फिर लिया गया।
इन आरोपियों के खिलाफ की गई कार्रवाई
मामले में पुलिस ने आरोपी राजेश गोड पिता खन्ना, खन्ना ठाकूर पिता करींगा दोनो निवासी ग्राम टेडेसरा थाना सोमनी, तारकेश्वर राजपूत पिता रमेश निवासी ग्राम टेका हरदी चौकी तुमडीबोड, सूरज वर्मा पिता तेजलाल निवासी डोंगरगढ, संतकुमार पारधी पिता रूमसिंह निवासी ग्राम बोईरडीह पुलिस चौकी चिखली, चांदनी पारधी पिता संतोष निवासी ग्राम बोईरडीह, ज्ञानुसिंग पिता पृथ्वीराज निवासी ग्राम बोरी,विनोद निषाद पिता रात कुमार निवासी राजीव नगर दुर्ग और राजेन्द्र गोड पिता पाउसिंग निवासी ग्राम बोरी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस बता कर पिस्तौल दिखा लूटे अंगूठी व रकम
4 नवम्बर को प्रार्र्थी अपनी पत्नी और पहचान वाले के साथ तिलई पहुंचकर ज्ञानु सिंग से मिला। इस दौरान ज्ञानु सिंह उसे ग्राम बोईरडीह के एक मकान में ले गया। मकान के अंदर एक बैगा (बैद्यराज) बैठा हुआ था। कुछ ही देर में उस मकान में 6-7 लोग घुस आए जिसमें एक महिला भी थी। सभी अपने आप को पुलिस बताया और एक महिला ने प्रार्थी की पत्नी के कपड़ा उतरवाकर उसके पास रखे 25000 रुपए को छीन लिया। इस दौरान एक आरोपी प्रार्थी को पिस्तौल दिखाकर 5 लाख रुपए की मांग करने लगा। इस दौरान प्रार्थी द्वारा अपने साला से फोन पे के माध्यम से 1 लाख रुपए ट्रांसफर कराया। इसके बाद आरोपी प्रार्थी के कार में बैठे और उसके हाथ से सोने का अंगूठी निकाल लिए। एक दिन बाद फिर 1 लाख की मांग की गई और पैसा नहीं देने पर घर आकर जान से मारने की धमकी देेने लगा। मामले की शिकायत प्रार्थी ने चिखली पुलिस में की थी।
