भिलाई. पांच दिनों के प्रकाश के पर्व दीपावली की शुरूआत हो गई है। इस बार धनतेर और रूप चतुर्दशी को लेकर लोगों में दुविधा की स्थिति है। कई लोगों ने शनिवार को धनतेरस मनाया तो कई आज धनतेरस मना रहे हैं। ज्योतिष के हिसाब से देखा जाए तो आज धनतेरस और रूप चतुर्दशी दोनों पर्व हैं। ज्योतिषियों के मुताबिक रविवार का सूर्योदय त्रयोदशी तिथि में हुआ इसलिए आज भी धनतेरस रहेगा। आज शाम 6 बजे के बाद चतुर्दशी तिथि शुरू हो जाएगी, जो सोमवार को शाम करीब 5 बजे तक रहेगी। इसके बाद अमावस्या शुरू होगी। दीपावली सोमवार को ही मनेगी।
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नरकासुर का किया था वध
रूप चतुर्दशी को छोटी दिवाली भी कहते हैं। पुराणों के मुताबिक इसी दिन श्रीकृष्ण ने नरकासुर को मारा था। कुछ ग्रंथों के अनुसार इस चतुर्दशी की आधी रात में हनुमान जी का जन्म हुआ था। नवरात्रि के बाद इसी चतुर्दशी पर बंगाल में काली पूजा होती है। आज शाम यम के लिए दीपदान और कल सुबह मालिश, उबटन और स्नान के साथ रूप चतुर्दशी मनेगी। स्कंद पुराण के मुताबिक चतुर्दशी तिथि के दौरान शाम को यमराज के लिए दीपदान देने से अकाल मृत्यु नहीं होती।
दक्षिण दिशा में लगाएं दीपक
रूप चौदस पर सूर्यास्त के बाद घर के बाहर दक्षिण दिशा में दीपदान करने से जाने-अनजाने में हुए पाप खत्म हो जाते हैं। यम प्रसन्न होते हैं। आरोग्य और लंबी उम्र का आशीर्वाद मिलता है। परिवार में किसी भी तरह की परेशानी नहीं आती।