भिलाई. अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर बेटियों ने शपथ ली कि उन्हें बार-बार याद दिलाने की जरूरत नहीं है कि वह बेटियां है। वे भी बेटे के समान अधिकार रखती हैं और समाज में अपना शत-प्रतिशत योगदान देती हंै। रमेश चंद्र फाउंडेशन की ओर से 14 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संयुक्त संचालक शिक्षा विभाग एस स्वामी थे। फाउंडेशन की डायरेक्टर डॉ. मानसी गुलाटी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस का मुख्य उद्देश्य जेंडर इक्वलिटी को बताना है। उन्होंने इस मौके पर सभी बेटियों को शपथ भी दिलाई ।
हमें अपना दायित्व याद है
डॉ. गुलाटी ने कहा कि हमें बार-बार याद दिलाने की जरूरत नहीं है कि हम बालिका हैं। हमारी भूमिका समाज में समान है। जितने पुरुषों का दायित्व है उतना ही महिलाओं का भी दायित्व है। इस समाज को आगे बढ़ाने में और उन्होंने सभी बालिकाओं को शपथ दिलाई कि हम हर कार्य में अपना शत प्रतिशत समाज को देंगे। साथ ही हमारे लिए जो नियम बने हुए हैं उनका कभी भी दुरुपयोग नहीं करेंगे।
याद दिलाया महिलाओं का योगदान
इस कार्यक्रम में अतिथि डॉ. राहुल गुलाटी ने कहा बताया कि कैसे महिलाओं का योगदान हमारा इतिहास में रहा है। चाहे वह स्वतंत्रता के समय हो चाहे उससे पहले राजा महाराजाओं के समय का हो हमेशा महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हर कार्यक्रम में हिस्सा लिया है। मुख्य अतिथि एसएन स्वामी ने कहा कि महिलाएं हर फील्ड में अपना योगदान बढ़-चढ़ कर दे रही हंै। आगे भी उनसे अपेक्षा रखते हैं कि वह हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवाएंगी। यह कार्यक्रम मानस कॉम्प्लेक्स स्टेशन रोड दुर्ग में हुआ।





