रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नसीहत का असर दिखने लगा है। राजधानी रायपुर की सड़कों की खराब स्थिति को लेकर महापौर एजाज ढ़ेबर ने कड़ी नाराजगी जताई हैं। मंगलवार को हुई समीक्षा बैठक में शहर के सड़कों की खराब स्थिति को लेकर महापौर एजाज ढ़ेबर ने जिम्मेदार कंपनी पर 25 लाख रुपए का जुर्माना ठोक दिया है। यही नहीं ठीक से काम न होने पर कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करने का भी निर्देश दिया है।
बता दें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खराब सड़कों को लेकर अपनी नाराजगी जता चुके हैं। तीन दिन पहले कलेक्टर-एसपी की कॉन्फ्रेंस के दौरान भी उन्होंने इस साल दिसंबर तक सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के सख्त निर्देश दिए है। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि किसी भी दौरे के दौरान लोगों से खराब सड़कों की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश की खराब सड़कों का पैचवर्क कर उसे करने का निर्देश दिया था।
राजधानी में जगह-जगह गड्ढे
राजधानी रायपुर की सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे हैं इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार कराई गई है। निगम के अफसरों ने बताया कि रायपुर के तमाम सड़कों में लगभग 13 सौ गड्ढे हैं। अफसरों से गड्ढों की संख्या जानने के बाद समीक्षा बैठक के दौरान महापौर एजाज ढ़ेबर ने इसके लिए जिम्मेदारी भी तय की। इसके बाद महापौर ने इसके लिए जिम्मेदार दिल्ली की कंपनी पर 25 लाख रुपए का जुर्माना लगाया।

मेनुअली भरे जाएंगे गड्ढें
बैठक के दौरान महापौर एजाज ढेबर ने राजधानी की सड़कों के गड्ढों को भरने के लिए मेनुअली काम करने का निर्देश दिया है। बैठक के दौरान अफसरों ने बताया कि इन गड्ढों को मशीन से भरने में काफी समय लग जाएगा। इसके महापौर ने मेनुअली काम करने का निर्देश दिया साथ ही उन्होंने क्वालिटी जांचने भी कहा है। बता दें राजधानी की सड़कों पर गड्ढों का सबसे बड़ा कारण मोबाइल कंपनियों द्वारा की गई खुदाई और अन्य मेंटेनेंस है।