रायपुर। कलेक्टर सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने देवेन्द्र नगर सेक्टर के स्ट्रीट नंबर 22 पहुंचकर रायपुर स्मार्ट सिटी लि. द्वारा रायपुर शहर में लगाए जा रहे डिजिटल डोर नंबर की विस्तार से जानकारी ली। इस दौरान नगर निगम कमिश्नर व रायपुर स्मार्ट सिटी के एम.डी. मयंक चतुर्वेदी भी उनके साथ थे। शहर के सभी 3.15 लाख घरों पर डिजिटल डोर नंबर लगाए जाने से मकान मालिक को विभिन्न करों के भुगतान, डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, नल कनेक्शन सहित 26 तरह की आवश्यक व आपातकालीन सेवाएं घर बैठे सुगमता पूर्वक प्राप्त होगी। इंडसइंड बैंक के साथ मिलकर रायपुर स्मार्ट सिटी लि. व रायपुर नगर निगम इस डिजिटल नंबर के माध्यम से सभी सम्पत्ति मालिकों को उनकी सम्पत्ति आईडी भी उपलब्ध करा रहा है।
रायपुर स्मार्ट सिटी लि. व नगर निगम ने मिलकर राजधानी रायपुर के सभी मकानों को डिजिटल डोर नंबर के जरिए एक यूनिक आईडी प्रदान कर सुविधाओं को हाईटेक बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। डिजिटल डोर नंबर के माध्यम से मकान मालिक को ई-गवर्नेंस माड्यूल से जुड़ी 26 सेवाएं घर पर लगे यूनिक डिजिटल प्लेट में छपे क्यू आर कोड को स्कैन करने से बड़ी आसानी से प्राप्त होगी। इसके लिए महापौर एजाज़ ढेबर की उपस्थिति में इंडसइंड बैंक व रायपुर स्मार्ट सिटी के मध्य 25 जून 2022 को करार हुआ था और अब इस परियोजना पर कार्य भी प्रारंभ कर दिया गया है।
कलेक्टर डॉ. भुरे ने शहर में लग रहे इस महत्वपूर्ण व हाईटेक व्यवस्था की विस्तृत जानकारी ली एवं संबंधित अधिकारियों से कहा है कि निर्धारित अवधि में सभी घरों में यूनिक नंबर लगाया जाना सुनिश्चित करें। इस दौरान रायपुर स्मार्ट सिटी लि. के मुख्य परिचालन अधिकारी उज्जवल पोरवाल, जोन कमिश्नर आरके डोंगरे, मैनेजर जीआईएस रंजीत रंजन सहित इंडसइंड बैंक के अधिकारी भी उपस्थित थे।
रायपुर स्मार्ट सिटी लि. के प्रबंध संचालक मयंक चतुर्वेदी ने इस संबंध में बताया कि सभी मकानों का पृथक से एक यूनिक नंबर तैयार कर क्यू आर कोड के साथ प्लेट के रूप में घर-घर लगाया जा रहा है। इस यूनिक नंबर से सम्पत्ति कर, डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, नल कनेक्शन, नामांतरण, भवन अनुज्ञा, नियमितीकरण सहित 26 जरूरी सेवाओं के साथ-साथ, पुलिस, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड की आपातकालीन सेवाएं घर बैठे सुगमता पूर्वक मिलेगी।