दुर्ग। जिले के एक स्कूल का छात्र शिक्षकों के मोबाइल लाने पर बैन लगाने की मांग लेकर कलेक्टर के पास पहुंच गया। छात्र ने कलेक्टर को बकायदा आवेदन देकर मांग रखी कि जिस प्रकार छात्र स्कूल में मोबाइल नहीं ले जा सकते उसी प्रका शिक्षकों के मोबाइल लाने पर भी बैन लगाया जाए। छात्र की मांग पर दुर्ग कलेक्टर भी हैरान रह गए और छात्र को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
दरअसल यह अनोखा आवेदन मंगलवार को कलेक्टर जनदर्शन में पहुंचा। दुर्ग कलेक्टर पुष्पेन्द्र मीणा लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। इस दौरान एक छात्र ने आवेदन दिया जिसमें लिखा गया कि स्कूलों में कक्षा लेने के दौरान शिक्षकों के मोबाइल को भी प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। छात्र का तर्क था कि ऐसे में शिक्षक विद्यार्थियों की ओर बेहतर तरीके से ध्यान केंद्रित कर सकेंगे और इससे शिक्षा के स्तर पर अच्छे परिणाम मिलेंगे। आवेदक ने कलेक्टर अनुरोध किया कि स्कूल खुलने से लेकर बंद होने तक आवेदन अनुरूप इसका परिपालन कराया जाए।
इसी कड़ी में ग्राम पंचायत धौराभाठा में हैण्डपंप के पास नाली नहीं होने के कारण अति गंदगी बना रहता है। जिसके कारण ग्रामवासियों को कई तरह कि बीमारियां होने की संभावना रहती है। इस संबंध में कलेक्टर ने सज्ञान लेते हुए जिला पंचायत सीइओ को निर्देशित करते हुए त्वरित निराकरण के आदेश दिए।
विकलांगता सूची में नाम पंजीयन हेतु -जनदर्शन में आज एक 78 वर्षीय दिव्यांग महिला अपनी पेंशन संबंधी समस्या को लेकर कलेक्टर के समक्ष् पहुंची थी। उनका सर्वे सूची में नाम नहीं है है इस कारण उन्हें पेंशन नहीं मिल पा रहा है। इस संबंध में कलेक्टर ने सज्ञान लेते हुए समाज कल्याण विभाग को निर्देशित करते हुए त्वरित निराकरण के आदेश दिए।
इसी प्रकार सहारा इंडिया कंपनियों में ठगी का शिकार हुए लोग जनदर्शन में अपनी फरियाद लेकर पहुंच रहे हैं। आवेदक ने अपने वक्तव्य में बताया कि अपनी कमाई की पूंजी लाखों रूपए सहारा इंडिया कंपनी में कई वर्षों से जमा करतो चले आ रहे हैं। अधिकांश लोगों की निवेश की गई राशि मेचुरिटी भी 5-6 साल पूर्ण हो चुकी है, परंतु सहारा इडिया कंपनी बंद हो जाने के कारण सभी लोगों की जमा पूंजी नहीं मिल पाई है। गरीब लोगों का लाखों रूपए सहारा कंपनी में जमा करने के बाद कंपनी बंद हो जाने से सभी लोगों की आर्थिक एवं मानसिक कठिनाईयों से गुजर रहे हैं। इस संबंध में कलेक्टर ने सज्ञान लेते हुए ए.डी.एम. को निर्देशित करते हुए त्वरित निराकरण के आदेश दिए।
कलेक्टर ने जनदर्शन के अंतिम पढ़ाव के वक्त सभी अधिकारियों सख्त निर्देश देते हुए कहा कि जन चौपाल में आए समस्याओं के आवेदनों का और लंबित प्रकरणों का निराकरण शीघ्रता से निराकरण किया जाए। इस दौरान अपर कलेक्टर पद्मिनी भोई, अपर कलेक्टर अरविंद एक्का और जिला पंचायत सीईओ अश्विनी देवांगन सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।