जांजगीर-चांपा (एजेंसी)।जांजगीर-चांपा जिले के पिहरिद गांव में बोरवेल के गड्ढे में गिरे मासूम को निकालने 16 घंटे से रेस्क्यू अभियान जारी है। बालक 80 फीट की गहराई वाले बोरवेल के गड्ढे में गिरा है। लगभग 50 फीट तक खुदाई हो चुकी है। बच्चा अभी सुरक्षित है। बच्चे को गड्ढे से निकालने कटक और बिलासपुर से हृष्ठक्रस्न और स्ष्ठक्रस्न की टीम को बुलाया गया है। इधर सीएम भूपेश बघेल ने बच्चे को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने के निर्देश अफसरों को दिए हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन में अभी कुछ घंटें और लगने की बातें कही जा रही है। मौके पर आईजी, कलेक्टर, एसपी, एएसपी सहित पुलिस व जिला प्रशासन की टीम मौजूद है।
मिली जानकारी के मुताबिक जांजगीर-चांपा जिले के मालखरौदा के पिहरिद गांव में 11 साल का राहुल साहू पिता रामकुमार उर्फ लाला साहू खेलते-खेलते घर के पीछे की तरफ चला गया। राहुल के पिता लाला साहू ने घर की बाड़ी में बोर खुदवाया था। वह बोर फेल हो गया था। इसके बाद बिना केसिंग डाले ही बोर को खुला छोड़ दिया गया है। खनन स्थान को मिट्टी से भरा भी नहीं गया है। शुक्रवार की दोपहर बोरवेल के गड्ढे में राहुल गिर गया। परिजन जब बाड़ी की तरफ गए तो बच्चे की रोने की आवाज आई, जिसे सुनकर परिजनों को घटना की जानकारी हुई। पुलिस को सूचना दी गई। घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला, एसपी विजय अग्रवाल, एसडीएम रेना जमील, एडिशनल एसपी अनिल सोनी, तहसीलदार सहित जिला व पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची है। बिलासपुर आईजी रतनलाल डांगी भी रात को पिहरिद गांव पहुंचे।
बच्चे को ऑक्सीजन दिया जा रहा
बच्चे को पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन दिया जा रहा है। अभी छह जेसीबी व एक चैन माउनटेन से बोरवेल के गड्ढे के समानतर गड्ढा किया जा रहा है। बोरवेल में फसे बच्चे तक रात में खाना भी पहुंचाया गया। बच्चा अभी सुरक्षित है। बच्चे को रेस्क्यू करने कटक और बिलासपुर से एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है। मिली जानकारी के अनुसार करीब 50 फीट की खुदाई कर ली गई है। अभी 10 से 15 फीट और खोदाई और की जाएगी, जिसके बाद टनल बनाकर राहुल का रेस्क्यू किया जाएगा। मौके पर लोगों की भीड़ भी लगी है, जिन्हें नियंत्रित करने पुलिस बल तैनात है।

दो भाइयों में बड़ा है राहुल
हादसे के बाद से ही राहुल की मां और उसके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। हर कोई यह उम्मीद लगाए बैठा है कि जल्दी से राहुल को बाहर निकाल लिया जाए। पूरे गांव के लोग भी रात भर उसी जगह पर टिके हैं, जहां पर बच्चा गिरा है। राहुल अपने मां-बाप का बड़ा बेटा है। राहुल का एक और भाई है, जो उनसे दो साल छोटा है। राहुल के पिता की गांव में बर्तन की दुकान है। राहुल के जल्द से जल्द गड्ढे से निकलने और सलामती की दुआ ग्रामीण कर रहे हैं।
अभी और समय लग सकता है कलेक्टर
कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला ने बताया कि अभी 5 से 6 घंटे का वक्त और लग सकता है। राहुल तक पहुंचने शाम से रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। राहुल अभी सुरक्षित है। कैमरे से उसका मूवमेंट दिख रहा है। उसे केला और जूस पहुंचाया गया है और परिजन से भी आवाज के माध्यम से बात कराई जा रही है, ताकि उसका मनोबल बना रहे। रात लगभग 12 बजे तक राहुल ने हलचल किया था। उसने सुबह भी हलचल किया है। विशेष कैमरे में उसकी हलचल दिखी है। मौके पर जिला प्रशासन के सभी अधिकारी मौजूद हैं और हर तरह से राहुल को सकुशल बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है।




