दुर्ग। धमधा ब्लॉक के नंदिनी खुदिनी में आज सरपंचों की बैठक में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने शासन के जन कल्याण योजनाओं के जमीनी क्रियान्वयन पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि राशन कार्ड, पेंशन जैसे जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए आवश्यक है कि अपने क्षेत्र में हितग्राहियों से निरंतर संवाद किया जाए। पेंशन के मामले में गरीबी रेखा की सर्वे सूची में होना आवश्यक है। राशन कार्ड के मामले में दिव्यांगजन, विधवा, परित्यक्ता महिलाओं के प्राथमिकता वाले कार्ड बनाए जा सकते हैं। इस तरह से पात्रता नियमों का जरूर ध्यान रखें।
कलेक्टर ने कहा कि पात्रता संबंधी जानकारी के बारे में जन जागरूकता फैलाएं। सरपंचों से उन्होंने कहा कि गांव में शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में आपकी अहम जिम्मेदारी होती है। स्थानीय अमला गांव में प्रभावी सेवाएं दे रहा है या नहीं। वे नियमित रूप से समय पर आते हैं या नहीं। इन सब बातों पर सरपंच की मॉनिटरिंग आवश्यक है। साथ ही ग्रामीण विकास की योजनाओं के क्रियान्वयन में यह देखना भी अहम है कि प्राथमिकता वाली योजनाओं को पहले क्रियान्वित करें। इसमें पेयजल आदि विषय अहम हैं। कलेक्टर ने विस्तार से ग्रामीण क्षेत्रों में गौठान के क्रियान्वयन की समीक्षा भी की।

उन्होंने कहा कि गौठानों के माध्यम से के माध्यम से गांव को आगे बढ़ाएं। इसके लिए आजीविकामूलक गतिविधियों को बढ़ाएं। इसके साथ ही इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ अश्विनी देवांगन भी उपस्थित थे। उन्होंने विस्तार से सरपंच और सचिवों से नरवा,गरवा, घुरवा और बाड़ी योजना के क्रियान्वयन की स्थिति जानी। साथ ही उन्होंने कहा कि 15 वे वित्त के माध्यम से बुनियादी सेवाओं के लिए काफी कुछ कार्य किया जा सकता है। इस राशि का उपयोग कर गांव में बेहतर अधोसंरचना का निर्माण करें।
