रायपुर। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टीएस सिंह देव ने कथित फर्जी ग्राम सभा की जांच के लिए परसा कोयला खदान परियोजना से प्रभावित ग्रामीणों की मांग का समर्थन किया है, जिसके आधार पर परियोजना को मंजूरी दी गई थी। चार जिलों के अपने चार दिवसीय दौरे के समापन के बाद शनिवार शाम यहां अपने सरकारी आवास पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मंत्री ने पूछा कि अगर ग्रामीण मांग कर रहे हैं तो फिर से एक ग्राम सभा आयोजित करने में समस्या क्यों होनी चाहिए।
राज्य के सरगुजा संभाग में परसा कोयला परियोजना के खिलाफ ग्रामीणों के विरोध के बारे में पूछे जाने पर सिंह देव ने कहा कि फतेहपुर, हरिहरपुर और साल्ही गांवों के निवासी जिन्हें परियोजना पर आपत्ति है वे उदयपुर विकास खंड का हिस्सा हैं, जो मेरे विधानसभा क्षेत्र (अंबिकापुर) में है। लगभग सभी ग्रामीण कहते रहे हैं कि वे अपनी जमीन परियोजना के लिए नहीं देना चाहते हैं।

उन्होंने कहा, वे ग्राम सभा के प्रस्ताव का दावा करते रहे हैं, जिसके माध्यम से यह दिखाया गया है कि उन्होंने परियोजना को सहमति दी थी, वह फर्जी था। इसलिए वे चाहते हैं कि ग्राम सभा फिर से आयोजित की जाए, जिसके बाद आगे निर्णय लिया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कथित फर्जी ग्राम सभा की जांच होनी चाहिए। यह 8-10 साल पहले यह हुआ था और अगर ग्रामीणों ने स्वेच्छा से उस समय सहमति दी थी, तो वे नई ग्राम सभा आयोजित होने पर भी ऐसा ही करेंगे।
