नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड में आड़ावाल पीएचसी जिले में सबसे बेहतर
जगदलपुर। बस्तर जिले के आड़ावाल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। आड़ावाल पी.एच.सी. ने एनक्यूएएस (नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड) प्रोग्राम में छत्तीसगढ़ राज्य में पांच प्रमुख अस्पतालों के साथ शामिल हुआ है। बस्तर संभाग से पीएचसी कोट्टरा (कांकेर) भी इसमें शामिल हुए है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार आड़ावाल पीएचसी, बस्तर संभाग में यह उपलब्धि प्राप्त करने वाला सबसे पहला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बन गया है। उसे 6 मानक बिंदुओं में सबसे बेहतर पाया गया है जबकि इसी कड़ी में शामिल कांकेर के कोट्टरा पीएचसी को 4 मानक बिंदुओं में उत्कृष्ट पाया गया है।
इस बारे में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.आर.के.चतुर्वेदी ने बताया, नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड भारत सरकार का महत्वाकांक्षी प्रयास है, जिसके अंतर्गत पब्लिक हेल्थ फैसिलिटी द्वारा गुणवत्ता परक स्वास्थ्य सेवाएं, मानकों के आधार पर प्रदान की जाती हैं। इसमें भारत सरकार द्वारा बनाई गई चेक लिस्ट के आधार पर चिकित्सालय का असेसमेंट किया जाता है। किसी चिकित्सालय का इंटरनल स्कोर जब 70त्न या उससे अधिक होता है, तब स्टेट के द्वारा चिकित्सालय का असेसमेंट किया जाता है. यदि चिकित्सालय पियर असेसमेंट में 70त्न से अधिक स्कोर प्राप्त करता है, तब उसी स्थिति में चिकित्सालय का भारत सरकार द्वारा असेसमेंट कराया जाता है। इस वर्ष छत्तीसगढ़ राज्य में केवल 5 अस्पताल ही इस मानक में खरे उतरे है। जिसमें से बस्तर जिले के एकमात्र अस्पताल को यह उपलब्धि मिली है, इसके लिये आड़ावाल पीएचसी के डॉक्टर और समस्त स्वास्थ्य कर्मी बधाई के पात्र हैं।

आड़ावाल अस्पताल में पदस्थ डॉ. महेश मिश्रा ने बताया, विगत माह 28-29 मॉर्च को आड़ावाल अस्पताल का असेसमेंट भारत सरकार द्वारा कराया गया था, जिसमे 6 प्रमुख बिंदुओं ओपीडी, आईपीडी, लेबर रूम, नेशनल हेल्थ प्रोग्राम, लैबोरेटरी एवं जनरल एडमिनिस्ट्रेशन पर मूल्यांकन किया गया। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र प्रदान करने के पूर्व विशेषज्ञों की टीम द्वारा अस्पताल की सेवाओं और संतुष्टि स्तर का कई मानकों पर परीक्षण किया जाता है। इन कड़े मानकों पर खरा उतरने वाले अस्पतालों को ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुणवत्ता प्रमाण-पत्र जारी किये जाते हैं। आड़ावाल पीएचसी के मूल्यांकन के लिये मणिपुर और श्रीकाकुलम से मूल्यांकनकर्ता की टीम आयी हुई थी। आड़ावाल और कोट्टरा के अतिरिक्तत यूपीएचसी भाठागांव (रायपुर), पीएचसी आमादण्ड(पेंड्रा), यूपीएचसी टंकी मरोदा(दुर्ग) आदि एनक्यूएएस के मानक में शामिल हुए है। आड़ावाल पीएचसी की स्वास्थ्य सुविधाएं मरीजों के लिहाज से बेहतर हैं। जिला प्रशासन के सहयोग व बस्तर सीएमएचओ और डीपीएम के निर्देशानुसार आड़ावाल स्वास्थ्य केन्द्र में सुविधाओं का विस्तार लगातार किया जाता रहा है। यही कारण है कि आड़ावाल पीएचसी को राज्य स्तर पर 5 बार कायाकल्प का पुरस्कार भी मिल चुका है।
