बिलासपुर। बिलासपुर जिले के एक चिडिय़ाघर में एक अन्य बड़े बाघ के साथ लड़ाई में एक बाघिन की मौत हो गई। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी कि चेरी नाम की बाघिन सोमवार सुबह कानन पेंडारी जूलॉजिकल गार्डन के बाड़े में अपनी कोठरी में मृत पाई गई थी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दम घुटने से उसकी मौत होने की बात कही गई थी।
चिडिय़ाघर के अधीक्षक संजय लूथर ने बताया कि घटना रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात को हुई। बाघ भैरव और बाघिन चेरी को एक दूसरे से सटे अलग-अलग कक्षों में रखा गया था।

उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि बाघ ने दो कक्षों के बीच का फाटक तोड़ दिया और बाघिन के आश्रय में घुस गया जिससे आपस में भिड़ंत हो गई। अधिकारी ने कहा कि भैरव ने चेरी को उसकी गर्दन से पकड़ लिया और उसकी हत्या कर दी।

उन्होंने कहा कि चेरी को 2011 में एक पशु विनिमय कार्यक्रम के तहत महाराष्ट्र के नागपुर के एक चिडिय़ाघर से कानन पेंडरी लाया गया था। उन्होंने कहा कि घटना के बारे में सतर्क होने के बाद वरिष्ठ वन अधिकारी चिडिय़ाघर पहुंचे और शव परीक्षण के बाद बाघिन का अंतिम संस्कार कर दिया गया।