नई दिल्ली (एजेंसी)। बिजली कंपनियों ने दिल्ली वालों से अपील की है कि वे इस शनिवार दुनियाभर में मनाए जा रहे अर्थ आवर में शामिल हों। रात 8:30 बजे से 9:30 बजे के बीच स्वेच्छा से अपने घरों व कार्यस्थलों की गैरजरूरी लाइट्स व बिजली उपकरण बंद रखें। बिजली कंपनियों ने खुद ही अपने कार्यालय में अर्थ ऑवर के दौरान गैर जरूरी बिजली के उपकरण नहीं चलाने का निर्णय लिया है।
जलवायु परिवर्तन धरती के लिए संकट बना हुआ है। अचानक से बदलने वाला मौसम, अप्रत्याशित तापमान इसी संकट की ओर इशारा कर रहे है। ऐसे में आवश्यक है कि अपव्ययी आदतों को छोड़कर ऐसी जीवनशैली अपनाएं जो धरती के अनुकूल हो। अर्थ आवर इसी दिशा में एक कदम है।

अर्थ आवर डब्लूडब्लूएफ (वल्र्ड वाइड फंड फॉर नेचर/ वल्र्ड वाइल्डलाइफ फंड) का सालाना कार्यक्रम है, जिसके तहत दुनियाभर के लोगों से अपील की जाती है कि वे जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए अपने घरों और कार्यस्थलों पर गैरजरूरी लाइट्स और बिजली चालित उपकरणों को तय समय के दौरान बंद रखें।

अर्थ आवर का वैश्विक रूप से 16वां वर्ष
बीएसईएस प्रवक्ता ने कहा है कि 1.8 करोड़ उपभोक्ता बेहतर भविष्य का निर्माण करें। वैश्विक स्तर पर अर्थ आवर का 16 वां वर्ष है। एक देश के एक शहर से सांकेतिक स्तर पर शुरू हुआ यह सफर आज न सिर्फ 190 देशों में बल्कि अंतरिक्ष स्टेशन तक भी पहुंच चुका है। बीएसईएस इसे लंबे समय से समर्थन कर रहा है।