नई दिल्ली (एजेंसी)। राजस्थान और छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के बीच कोयला ब्लॉक को लेकर चल रहा खींचतान जल्द सुलझ सकता है। अगले कुछ दिनों में राहुल गांधी दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रविवार को राहुल गांधी ने इस मुद्दे का समाधान निकालने के लिए अपने निवास पर अशोक गहलोत और भूपेश बघेल से चर्चा की थी।
राजस्थान कोयले की आपूर्ति के लिए छत्तीसगढ़ में परसा कोयला ब्लॉक के आवंटन की मांग कर रहा है। इसको लेकर छत्तीसगढ़ ने क्षेत्र के आदिवासियों की चिंताओं को उठाया है। सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा दोनों ही छत्तीसगढ़ की चिंता से अवगत हैं और पार्टी नेतृत्व अगले कुछ दिनों में इसके समाधान निकालने का काम कर रहा है।

इस मामले को लेकर गहलोत पहले ही सोनिया गांधी को पत्र लिख चुके हैं, जिसमें गर्मी के मौसम से पहले राजस्थान में बिजली संयंत्रों के लिए कोयला खनन के लिए मंजूरी में तेजी लाने के लिए उनसे हस्तक्षेप करने की मांग की गई है।

गहलोत ने कहा था कि छत्तीसगढ़ कोयला ब्लॉक से कोयला अनुपलब्धा की स्थिति में राजस्थान को बिजली संकट का सामना करना पड़ेगा। जोकि आने वाले चुनाव में पार्टी की छवि के लिए अच्छा नहीं होगा। राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ में सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को राजस्थान की तर्ज पर लागू करने को लेकर चर्चा की थी। गांधी चाहते हैं कि राजस्थान मॉडल अन्य कांग्रस शासित राज्यों में भी लागू किया जाए, लेकिन छत्तीसगढ़ ने अपने खराब वित्तीय स्वास्थ्य के कारण अपनी चिंता व्यक्त की।
सूत्रों के अनुसार दोनों मुख्यमंत्रियों ने गांधी के साथ बैठक में उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव और अगले साल अन्य राज्यों में होने वाले चुनावों को लेकर पार्टी की संभावनाओं पर भी चर्चा की। साथ ही गांधी ने छत्तीसगढ़ में आगामी राज्यसभा चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवारों के बारे में चर्चा की। इस दौरान बघेल ने स्थानीय नेताओं को राज्य सभा में नामित करने के लिए दबाव डाला। बता दें कि छत्तीसगढ़ से राज्यसभा में दो रिक्तियां हैं, जिन्हें भरना होगा।