दुर्ग। कोविड संक्रमण के तीन दौर देखने के साथ साथ दुर्ग जिला मुख्यालय में वरिष्ठ कांग्रेस विधायक अरुण वोरा के लगातार प्रयासों से स्वास्थ्य सुविधाओं में भी लगातार विस्तार किया जा रहा है। पहली एवं दूसरी लहर के दौरान टेस्ट रिपोर्ट आने में विलंब को देखते हुए वोरा ने शहर में ही टेस्टिंग लैब की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री से मुखर हो कर मांग की थी। जिसके परिणाम स्वरूप जिले के सबसे बड़े अस्पताल में लैब बनाने की शुरुवात एक वर्ष पूर्व की गई थी। लोनिवि द्वारा 50 लाख की लागत से भवन निर्माण कार्य कराए जाने के बाद भी लैब इक्विपमेंट की कमी के कारण टेस्टिंग प्रारंभ नहीं कि जा सकी थी जिसके बाद उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव एवं सीजीएमएससी के अधिकारियों से लगातार संपर्क बनाए रखते हुए टेस्टिंग के लिए आवश्यक 1.10 करोड़ के उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करवाई।

गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री द्वारा विधायक वोरा एवं कलेक्टर सर्वेश्वर भूरे की उपस्थिति में किए गए वर्चुअल लोकार्पण के दौरान मंत्री सिंहदेव द्वारा भी वोरा के प्रयासों की सराहना की गई। श्री वोरा ने कहा कि अब वायरोलॉजी लैब शुरू होने से कोरोना की तीन तरह की जांच त्वरित रूप से हो सकेंगी जिससे दुर्ग शहरी क्षेत्र समेत जिले के आसपास के सभी लोगों को लाभ होगा। 500 बिस्तर युक्त जिले के सबसे बड़े अस्पताल में ईलाज की बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए लगातार प्रयास जारी है। स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार के लिए लगभग 10 करोड़ की राशि सिटी हॉस्पिटल को बेहतर बनाने खर्च की जा रही है। 3 ऑक्सीजन प्लांट लगने एवं वायरोलॉजी लैब शुरू होने के बाद अब जिले में हमर लैब स्थापित करने की आवश्यकता है जिससे मध्यम वर्ग एवं बीपीएल परिवारों को विभिन्न बीमारियों की जांच के लिए भटकना ना पड़े। 7.5 करोड़ के सर्जिकल वार्ड, ट्रॉमा सेंटर एवं वायरोलॉजी लैब के साथ ही शहर के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं हमर लैब का भी शीघ्र लोकार्पण किया जाएगा।


उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के अलावा सस्ती दवा दुकान से भी लगातार जनता का आर्थिक बोझ कम करने का कार्य किया जा रहा है। आने वाले समय में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में जिला मुख्यालय को पहले स्थान पर लाने का लक्ष्य लेकर कार्य किया जाएगा। इस दौरान सीएमएचओ गंभीर सिंह ठाकुर, नोडल अर्चना चौहान, डॉ बंजारे, दिलीप सिंह ठाकुर, एल्डरमैन राजेश शर्मा, अंशुल पांडेय, पप्पू श्रीवास्तव समेत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे।

अन्य पिछड़े वर्गों तथा आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के सर्वेक्षण में कोई ना रहे वंचित: वोरा
राज्य की जनसंख्या में अन्य पिछड़ा वर्गो तथा आर्थिक रूप कमजोर वर्गों का सर्वेक्षण कार्य दिनांक 1 सितंबर 2021 से 15 जनवरी 2022 तक कार्य किया गया इस हेतु इस में समीक्षा हेतु Quantifiable Data राज्य पिछड़ा आयोग के अध्यक्ष श्री सी.एल.पटेल से वरिष्ठ विधायक अरुण वोरा ने सर्किट हाउस में मुलाकात की। रायपुर प्रवास पर जाने के पूर्व वोरा ने श्री पटेल से एक घंटे की गंभीर चर्चा करते हुए सार्थक नतीजों के लिए सर्वे की समय सीमा बढ़ाने एवं निकाय के जनप्रतिनिधियों की सलाह को शासन तक पहुंचाने का आग्रह किया। गौरतलब है कि अध्यक्ष द्वारा आज दिनांक 24 फरवरी दिन गुरुवार को सर्वे रिपोर्ट की समीक्षा बैठक रखी गई है।