दुर्ग। नगर पालिक महापौर धीरज बाकलीवाल एवं निगम आयुक्त हरेश मंडावी के निर्देश पर द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 के तहत नगर निगम दुर्ग एक नई पहल करते हुए एक नवाचार वाहन का संचालन करने नाम विंडो रखा है। निगम ने पुरानी ई रिक्शा जो चलने की लायक नही थी उसको मोडिफाइड कर एक बेहतर डिजाइन डालकर विंडो बनाया जैसे पुराना लोहा, स्टील, प्लाइवुड इत्यादि का उपयोग किया। इस दुकान को खिड़की का रूप देते हुए बनाया गया है। जिस कारण विंडो नाम दिया गया है।
इस गाड़ी का संचालन राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के स्वसहायता समूह द्वारा किया जाएगा जिसमें महिला स्व सहायता समूह द्वारा सुखे कचरे का रियूज कर विभिन्न उपयोगी सामग्री बनाई जा रही है. चूंकि महिला समूह द्वारा इनको बिक्री करने में परेशानी आ रही थी अब समूह की महिला और जनता तक आसानी पहुंचाने इस नवाचार के माध्यम से समान का विक्रय उचित मूल्य पर बेच रही है। विंडो वाहन का संचालन वार्ड क्रमांक 56 की महिला शक्ति क्षेत्र स्तरीय संगठन द्वारा किया जा रहा है। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत विंडो वाहन में वेस्ट से बनाया गया समूहों का सामान (सजावटी सामान) रखा गया है। महिला शक्ति क्षेत्र स्तरीय संगठन में कुल 10 स्व सहायता समूह की महिलाएं हैं जिसमें 100 से अधिक महिलाओ ने मिलकर क्षेत्र स्तरीय संगठन का गठन किया है क्षेत्र स्तरीय संगठन द्वारा संचालित विंडो वाहन अलग-अलग वार्डो में जाकर समूहों द्वारा बनाए गए उत्पादों की बिक्री करता है। अब तक 14 समूहों की महिलाओं द्वारा अपने अपने उत्पादों को विंडो वाहन में बिक्री हेतु दिया जा रहा है समूह की महिलाएं अपने उत्पादों की बिक्री दर स्वयं तय करती हैं तथा उसे विंडो वाहन में देती हैं जिसे विंडो वाहन द्वारा विक्री कर समूहों को उनके द्वारा तय की गई दर से राशि समूहों को देता है।
इस प्रकार समूहों की महिलाओं को रोजगार मिला हुआ है तथा वह घर पर बैठकर ही आय अर्जन कर रही है। महिला शक्ति क्षेत्र स्तरीय संगठन द्वारा विंडो वाहन से अब तक 250-300 प्रतिदिन की बिक्री कर लाभ कमाया जा रहा है। समूहों को विंडो से अब तक कुल 3000 तक का लाभ मिल चुका है। तथा ओर भी नए समूह वेस्ट से सामान बनाने प्रेरित हुए हैं। निगम दुर्ग द्वारा सामग्री समूहों को उपलब्ध कराया जा रहा है जिसे स्व सहायता समूहों द्वारा कपड़े से थैला, पायदान, बैग आदि बनाया जा रहा है साथ ही कंपोस्ट खाद, गमला, अगरबत्ती फिनायल, टेबल लैंप, वॉल हैंगिंग तथा सजावटी सामान तैयार कर विंडो में दिया जा रहा है जिसे विंडो द्वारा अलग-अलग वार्डों में समूह की महिलाओं द्वारा बेचा जा रहा है। शुरुआत से ही विंडो को लोगों का अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है अभी विंडो द्वारा सामग्री बेचने वाले समूह तक का रोज का बिक्री कर रहे हैं। जहां एक और कबाड़ से जुगाड़ का नवाचार है वहीं सामग्री से सामान तैयार करने वाले समूह की महिलाओं को रोजगार से जोडऩे का अच्छा साधन मिल गया है जिससे समूह की महिलाओं की आमदनी बढ़ी है वहीं विंडो वाहन चलाने वाले क्षेत्र स्तरीय संगठन से जुड़ी महिलाओं को भी रोजगार मिल गया है विंडो से शहर के स्व सहायता समूहों को रोजगार मिला है इसे देखते हुए कई समूह जो किसी भी प्रकार का काम नहीं कर रहे थे वे भी अब प्रेरित होकर सामग्री तैयार करने लगे हैं।
वर्तमान में जय बूढ़ादेव स्व सहायता समूह सजावटी कलश बना रहा है। मां कर्मा स्व सहायता समूह पैरदान, तकिया कवर बना रहा है। राधा कृष्ण स्व सहायता समूह पैरदान बना रहा है। महालक्ष्मी स्व सहायता समूह पैरदान बना रहा है।श्री राजलक्ष्मी स्व सहायता समूह पेपर आर्ट और पिंजरा बना रहा है।ओम लक्ष्मी स्व सहायता समूह झूमर और पैरदान बना रहा है। जीविका स्व सहायता समूह पूजा थाली और डॉल बना रहा है।वैभवी स्व सहायता समूह स्कूल बैग बना रहा है। गौरी स्व सहायता समूह पैरदान और झूमर बना रहा है।साईं कृष्णा स्व सहायता समूह पेन स्टैंड बना रहा है।विंडो वाहन पर जिससे लोगों का ध्यान इस गाड़ी पर पड़े इस उद्देश्य से नगर निगम द्वारा नवाचार वाहन विंडो वाहन भविष्य में स्व सहायता समूह के आय की वृद्धि के लिए निगम क्षेत्र के विभिन्न विज्ञापनों का शुल्क लेकर प्रचार प्रसार किया जाएगा।