वाराणसी (एजेंसी)। नकली कोविड टेस्ट किट और वैक्सीन के भंडाफोड़ मामले के बाद से एसटीएफ के साथ ही औषधि विभाग ने भी जांच तेज कर दी है। पूर्वांचल में कम समय में ज्यादा कारोबार करने वाले दवा कारोबारियों की कुंडली खंगाली जा रही है। सप्तसागर दवा मंडी और लंका के कई दवा कारोबारी एसटीएफ के निशाने पर हैं।
तीन दिनों की तफ्तीश में यह सामने आया कि कुछ निजी अस्पतालों के चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ भी शामिल हैं। पूर्वांचल के चंदौली, गाजीपुर, बलिया, आजमगढ़ और जौनपुर में नकली दवाओं की आपूर्ति की भी संभावना है। एसटीएफ वाराणसी यूनिट फील्ड इकाई की टीमें नकली कोविड दवा तैयार कर बाजार में खपाने वालों की तलाश कर रही है।

एसटीएफ के उच्चाधिकारी ले रहे हर अपडेट
यूपी एसटीएफ की दो टीमें नई दिल्ली निवासी गिरोह के सरगना को दबोचने में जुटी हुई हैं। वहीं फरार दस आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का दावा एसटीएफ कर रही है। इस प्रकरण का अपडेट लखनऊ में बैठे एसटीएफ के उच्चाधिकारी भी ले रहे हैं।
बुधवार सुबह एसटीएफ वाराणसी फील्ड यूनिट ने लंका थाना के नरिया, रोहित नगर कालोनी में छापा मार कर नकली कोविड टेस्ट किट और वैक्सीन बनाने का भंडाफोड़ किया था। मकान के तीन कमरों से चार करोड़ रुपये की नकली वैक्सीन और पैकिंग मशीन सहित अन्य माल बरामद हुए थे।

इस मामले में नई दिल्ली के मालवीय नगर निवासी लक्ष्य जावा, सिद्धगिरी बाग निवासी राकेश थानवी, पठानी टोला निवासी संदीप शर्मा उर्फ मक्कू, लहरतारा बौलिया का अरुणेश विश्वकर्मा और बलिया रसड़ा निवासी शमशेर को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
इनकी गिरफ्तारियों को दबिश दे रही है एसटीएफ
वहीं फरार आरोपियों में नई दिल्ली निवासी अरुण शर्मा, अरुण पटानी, मानसी, रधवीर, गुरजीत, गुरबाज और कबीरचौरा का रहने वाला राहुल जायसवाल समेत तीन अन्य शामिल हैं।