भिलाई। भिलाई निगम में शहर सरकार की तस्वीर साफ हो गई है। मेयर नीरज पाल ने एमआईसी का गठन किया है। मेयर इन काउंसिल में नए और पुराने चेहरों को जगह मिली है। मेयर नीरज पाल ने विधायक देवेंद्र यादव और जिलाध्यक्ष मुकेश चंद्राकर से समन्वय स्थापित कर नाम फाइनल किए। पूर्व मेयर देवेंद्र यादव के कार्यकाल में भरोसेमेंद एमआईसी मेंबर रहने वाले लक्ष्मीपति राजू को जगह मिली है। वहीं मन्नान गफ्फार खान और इंजीनियर सलमान के बीच कश्मकश में मन्नान को संगठन और मेयर ने तरजीह दी है। मन्नान दिवंगत पार्षद गफ्फार के पुत्र हैं। यूपीएससी की पढ़ाई छोड़ राजनीति में आए और चुनाव जीते। 22 साल के मन्नान सबसे कम उम्र के एमआईसी मेंबर होंगे।
उल्लेखनीय है कि महापौर परिषद गठन के कवायद कल देर रात तक चलती रही। बताया जाता है कि इस कवायद में कई नामों पर अंतिम मुहर लगा दी गई, लेकिन दावेदार ज्यादा होने की वजह से कई नामों को छांटने में भी दिक्कतें आई। यही वजह है कि बुधवार को इसकी घोषणा नहीं की जा सकी। बताया जा रहा है कि कोविड संक्रमण के कारण महापौर नीरज पाल फोन पर ही फीडबैक देते रहे। कुछ नामों को लेकर एकराय नहीं बन पाने की वजह से यही कवायद आज पुन: प्रारम्भ की गई। जिले में 3 नगर निगमों में हालिया सम्पन्न चुनाव में कांग्रेस ने अपना परचम लहराया था। महापौर और सभापति के चुनाव के बाद इनमें से दो नगर निगमों भिलाई-चरोदा व रिसाली में एमआईसी का गठन कर लिया गया, किन्तु बड़ा नगर निगम व कई पार्षदों को साधने की कोशिशों के चलते भिलाई में एमआईसी गठन में विलम्ब हो गया।

वहीं सीनियर पार्षद सुभद्रा सिंह को एमआईसी में जगह नहीं दी गई है। मेयर इन काउंसिल में 14 पार्षद होते हैं। कई युवा पार्षदों को एमआईसी में जगह मिली है। वहीं मेयर के लिए जिन्हें दावेदार माना जा रहा था उन्हें भी स्थान दिया गया है। इनमें लक्ष्मीपति राजू, संदीप निरंकारी, सीजू एंथोनी, केशव चौबे हैं।

इससे पहले बुधवार को भिलाई निगम में जोन अध्यक्षों का चुनाव हुआ। सभी जोनों में कांग्रेस अपने अध्यक्ष बनवाने में कामयाब रही। उसके बाद से ही महापौर परिषद का गठन को लेकर भी चर्चा चल रही थी। बुधवार देर रात तक महापौर परिषद के गठन को लेकर चर्चा चलती रही लेकिन गठन नहीं हो सका। जानकारों के मुताबिक, महापौर परिषद में शामिल होने वाले दावेदारों की सूची लम्बी होने की वजह से कई नामों को लेकर पेंच फंस रहा था। महापौर नीरज पाल की एमआईसी में कुल 14 सदस्यों को शामिल किया जाना था। इनमें से लक्ष्मीपति राजू, सीजू एंथोनी के साथ ही केशव चौबे, लालचंद वर्मा, एकांश बंछोर, आदित्य सिंह, संदीप निरंकारी के नामों को लगभग फाइनल कर दिया गया। भले ही अंत तक नामों को लेकर सस्पेंस बना रहा। यह तक कहा गया कि अंतिम समय में कुछ नामों में हेरफेर हो सकता है। वहीं, बहुत से अन्य नामों की छंटनी में दिक्कतें पेश आ रही थी। अंतत: भिलाई नगर निगम में भी शहर की सरकार का गठन हो ही गया।

ये हैं महापौर के मंत्रिमंडल में
- लक्ष्मीपति राजू-खाद्य, लोक स्वास्थ्य एवं स्वच्छता विभाग
- सीजू एंथोनी-राजस्व विभाग
- संदीप निरंकारी-सामान्य प्रशासन एवं विधायी कार्य विभाग
- केशव चौबे-जलकार्य विभाग
- एकांश बंछोर-लोक कर्म विभाग
- आदित्य सिंह-शिक्षा, खेलकूद एवं युवा कल्याण विभाग
- लालचंद वर्मा-अग्निशमन, विद्युत एवं यांत्रिकी विभाग
- साकेत चंद्राकर-नगरीय नियोजन एवं भवन अनुज्ञा विभाग
- चंद्रशेखर गवई-गरीबी उपशमन एवं सामाजिक कल्याण विभाग
- मन्नान गफ्फार खान-वित्त, लेखा एवं अंकेक्षण
- मीरा बंजारे-महिला एवं बाल विकास विभाग
- मालती ठाकुर-अनुसूचित जाति एवं अनुसुचित जनजाति कल्याण विभाग
- नेहा साहू-पर्यावरण एवं उद्यानिकी विभाग
- रीता सिंह गेरा-संस्कृति पर्यटन, मनोरंजन एवं विरासत संरक्षण विभाग