लखनऊ (एजेंसी)। पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों का एलान हो चुका है। उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव होंगे। 10 फरवरी को पहले फेज की वोटिंग होगी। इसके बाद 14, 20, 23, 27 फरवरी, तीन और सात मार्च को वोट पड़ेंगे। वहीं, उत्तराखंड, पंजाब और गोवा में एक फेज में 14 फरवरी को वोटिंग होगी। मणिपुर में दो चरणों में 27 फरवरी और तीन मार्च को चुनाव कराए जाएंगे। चुनाव की तिथियां घोषित होने के बाद सियासी हलचलें और भी तेज हो गईं हैं। यूपी की 403 विधानसभा, उत्तराखंड की 70, मणिपुर की 60, पंजाब की 117 और गोवा की 40 सीटों को जीतने के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। राजनीतिक बयानबाजी से नेता एक-दूसरे पर निशाना साध रहे। चुनावी वादों की भी बौछार होने लगी है।
वहीं उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा को करारा झटका लगा है। योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने पद से इस्तीफा दे दिया है। यही नहीं वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो चुके हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले ही वह सपा छोड़कर भाजपा में आए थे। इससे पहले वह बीएसपी सरकार में मंत्री भी रहे थे और फिर मायावती को छोड़कर सपा में आए थे। पिछड़ी जाति के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की भाजपा में एंट्री को सोशल इंजीनियरिंग का नतीजा माना जा रहा था। लेकिन अब पिछड़े समाज के बड़े नेता के बीजेपी छोडऩे से पार्टी को बड़ा झटका लगा है।

स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा में शामिल होने की जानकारी खुद अखिलेश यादव ने ट्वीट कर जानकारी दी है। अखिलेश यादव ने लिखा, ‘सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लडऩे वाले लोकप्रिय नेता स्वामी प्रसाद मौर्या जी एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन।

सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता श्री स्वामी प्रसाद मौर्या जी एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 11, 2022
सामाजिक न्याय का इंक़लाब होगा ~ बाइस में बदलाव होगा#बाइसमेंबाइसिकल pic.twitter.com/BPvSK3GEDQ
बेटी संघमित्रा मौर्य बदायूं से हैं सांसद, वह भी छोड़ सकती हैं पार्टी
स्वामी प्रसाद मौर्य के अलावा कई और नेता एवं विधायक भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। 2017 में उनके भाजपा में आने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य के कई समर्थक भी भगवा दल में शामिल हुए थे। स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघ मित्रा मौर्य भी बदायूं से भाजपा की सासंद हैं। मौजूदा घटनाक्रम के बाद उनके भी पार्टी छोडऩे की अटकलें हैं।
भाजपा के सात और विधायक जा सकते हैं सपा में
भाजपा सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद सात और भाजपा विधायकों के इस्तीफे की चर्चा। इन विधायकों में रोशन लाल वर्मा, भगवती सागर, बृजेश प्रजापति, ममतेश शाक्य, विनय शाक्य, धर्मेंद्र शाक्य और नीरज मौर्य शामिल हैं। रोशन लाल वर्मा ही स्वामी प्रसाद मौर्य का इस्तीफा लेकर राजभवन गए थे।