रायपुर (एजेंसी)। प्रदेश में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) को जोर का झटका लगा है। पार्टी के सीनियर नेता और अजीत जोगी के करीबी माने जाने वाले पूर्व विधायक आरके राय अपने 150 समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए हैं। उन्हें बीजेपी की प्रदेश प्रभारी डी.पुरंदेश्वरी ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। पिछले करीब 3 सालों से सियासी तौर पर आरके राय गुमनामी में जी रहे थे। अब अचानक भारतीय जनता पार्टी जॉइन करके उन्होंने सभी को चौंका दिया है।
भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के दौरान आरके राय प्रदेश कार्यालय पहुंचे और डेढ़ सौ समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ली। भाजपा प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी की मौजूदगी में अब आरके राय ने भाजपा से वफादारी की कसम खा ली है और वे मौजूदा कांग्रेस सरकार के खिलाफ सियासी रण में कूदने को तैयार हैं।
कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने थे
पूर्व विधायक आर. के राय अजीत जोगी के कितने करीबी थे। इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब अजीत जोगी ने कांग्रेस से अलग होकर छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस बनाई थी, तब आर के राय भी अजीत जोगी के साथ कांग्रेस छोड़ जोगी कांग्रेस में आ गए थे। इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया था। साल 2013 के विधानसभा चुनाव में आर के राय बालोद जिले के गुंडरदेही से कांग्रेस की टिकट विधायक बनकर आए थे।

2018 के विधानसभा चुनाव में मिली हार
2018 के विधानसभा चुनाव में जोगी कांग्रेस ने भी उन्हें गुंडरदेही से चुनावी मैदान में उतारा था। मगर आरके राय बुरी तरह से चुनाव हार गए। उस चुनाव में कांग्रेस, बीजेपी के बाद राय तीसरे स्थान पर रहे थे। आर.के राय को सिर्फ 8648 वोट ही मिले थे। जबकि दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी के दीपक साहू को 54975 वोट मिले। कांग्रेस के कुंवर सिंह निशाद को 110369 वोट मिले थे। इस प्रकार इस सीट पर कांग्रेस ने कब्जा किया था।




