दुर्ग। कलेक्टर जनदर्शन में सोमवार को एक बुजुर्ग ने कलेक्टर के समक्ष अपना आवेदन रखा। उनका कहना था कि उन्होंने अपनी जमीन का कुछ हिस्सा 35 साल पहले विक्रय किया था और शेष बचे छोटे से हिस्से में झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं। अब इतने बरसों बाद जिसे प्लाट बेचा था, वो जगह छोडऩे को लेकर दबाव डाल रहा है।
कलेक्टर ने एसडीएम को संबंधित प्रकरण की जांच करने के निर्देश दिये और जांच उपरांत नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश भी दिये। उन्होंने बुजुर्ग को आश्वस्त किया कि प्रकरण की जांच के निर्देश दिये गये हैं। शीघ्र इसका प्रतिवेदन आ जाएगा। इसके उपरांत कार्रवाई की जाएगी।
सोमवार एवं मंगलवार को कलेक्टर जनदर्शन का आयोजन जिले में किया जा रहा है। जनदर्शन में काफी संख्या में आवेदन आ रहे हैं और इनका मौके पर ही निराकरण किया जा रहा है। अधिकांश आवेदन भूमि विवाद से संबंधित हैं। साथ ही राजस्व मामलों, राशन कार्ड आदि से संबंधित आवेदन भी आ रहे हैं।
बड़े बेटे ने किया पिता के मकान पर क्लेम
हाउसिंग बोर्ड के एक मकान का प्रकरण भी कलेक्टर के समक्ष आया। इसमें आवेदनकर्ता ने बताया कि उसके पिता ने मकान बनवाया था जिसमें आधा पैसा उसने लगाया था। पिता का स्वर्गवास हुआ जिसके पश्चात् मकान छोटे भाई के नाम पर था। छोटे भाई का भी स्वर्गवास हुआ। छोटे भाई के स्वर्गवास के पश्चात एक महिला ने पत्नी होने का क्लेम करते हुए नामांतरण के लिए आवेदन लगाया हुआ है।
आवेदक का कहना है कि उनके संज्ञान में छोटे भाई की पहली पत्नी वैध थी परंतु दोनों कुछ समय बाद एक साथ नहीं रहते थे, उनका तलाक हुआ है कि नहीं इसकी जानकारी उनके पास नहीं है परंतु यदि भाई की पहली पत्नी का तलाक हुआ है तो तलाक का प्रमाणपत्र प्रस्तुत किया जाए और दूसरी महिला जो कि उनके छोटे भाई की पत्नी होने का दावा कर रही है उसके नामांतरण पर रोक लगाने का आग्रह भी किया।
आवेदनों के प्रभावी निराकरण की हो रही मानिटरिंग
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे मौके पर ही प्रकरणों की समीक्षा कर अधिकारियों को निराकरण के निर्देश दे रहे हैं। जिन मामलों में जांच की जरूरत है उनमें समय सीमा के भीतर प्रतिवेदन देने निर्देशित किया गया है। सभी आवेदनों को दर्ज कर इनका प्रभावी निराकरण किया जा रहा है। जनदर्शन में पेंशन, राशन कार्ड आदि मामले आ रहे हैं। इनमें अधिकतर मामले बैंक में त्रुटिपूर्ण अंकन से संबंधित हैं जिन्हें मौके पर ही दुरूस्त करने के निर्देश दिये गये हैं।
जनदर्शन का समय सुबह 10 बजे से 2 बजे तक होता है। आवेदकों को टोकन दिये जाते हैं और इसके आधार पर बारी-बारी से समस्याओं का प्रभावी निराकरण किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर ने नगर निगम आयुक्तों को अपने क्षेत्रों में विशेष कैंप लगाने के निर्देश दिये हैं ताकि लोगों की बुनियादी समस्याओं का समाधान वहीं वार्ड स्तर पर हो सके। भिलाई निगम में ऐसे शिविर लगाये जा चुके हैं। अन्य निकायों में इसकी कार्ययोजना तैयार की जा रही है। कलेक्टर जनदर्शन में आज सहायक कलेक्टर श्री हेमंत नंदनवार एवं अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।