भिलाई। छत्तीसगढ़ में तेजी से घट रहे राजनीतिक घटनाक्रम कई तरह के संकेत दे रहे हैं। शनिवार को अपने निजी विमान से स्वास्थ्यमंत्री टीएस सिंहदेव दिल्ली पहुंचे थे, किन्तु उनकी किसी भी बड़े नेता से मुलाकात नहीं हो पाई। उसके बाद रविवार को अचानक ही वे वापस भी लौट आए। कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के चलते उनकी किसी भी बड़े नेता से मुलाकात नहीं हो पाई। इसके बाद अचानक घटनाक्रम तेजी से बदला। हाईकमान ने गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को दिल्ली बुला लिया। वहीं सिंहदेव के आज फिर दिल्ली जाने की खबर है।
रविवार को प्रदेशभर में यह खबर तेजी से फैली कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जल्द ही इस्तीफा देने जा रहे हैं। एक राष्ट्रीय न्यूज चैनल ने तो बाकायदा इस पर विशेष खबर भी दिखाई। हालांकि बाकी के चैनलों ने इसे तवज्जो नहीं दी। वर्तमान में चल रहे तमाम घटनाक्रम को जोड़कर देखें तो कई तरह की स्थितियां सामने आ रही है। टीएस बाबा के लगातार दिल्ली दौरे के बाद भी हाईकमान का उन्हें वक्त न देना अपने पीछे कई सवाल छोड़ रहा है। सीएम भूपेश बघेल की चुप्पी भी कई इशारे करती दिखती है। इसमें नया अध्याय उस वक्त और जुड़ गया जब हाईकमान ने गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को दिल्ली बुलावा भेजा। शनिवार को टीएस बाबा अपने निजी प्रायवेट प्लेन से दिल्ली गए थे। रविवार को वे अचानक ही वापस भी लौट आए। इसके बात यह खबर भी आ रही है कि वे आज फिर दिल्ली रवाना हो रहे हैं। उल्लेखनीय है कि रविवार को यह खबर बड़ी तेजी से फैली कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने दिल्ली गए सीएम भूपेश बघेल को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तत्काल कुर्सी खाली करने को कह दिया है। यह भी कहा गया कि अब तक भूपेश बघेल की ढाल बनी पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने भी हाथ खड़े कर दिए। इसके बाद तो राज्य में अचानक ही खबरों की आंधी आ गई। किसी ने यह बताया कि भूपेश दीवाली के बाद इस्तीफा देंगे तो इससे आगे बढ़कर कई लोगों ने यह भी कह दिया कि इस्तीफा एक-दो दिन में हो जाएगा।
इस घटनाक्रम के बाद अचानक ही हाईकमान ने गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को बुलाकर मामले को और ज्यादा हवा दे दी। अभी यह पता नहीं चल पाया कि पार्टी नेतृत्व ने गृहमंत्री को दिल्ली क्यों बुलाया है। इसके चलते राज्य में कयासों का दौर जारी है। इधर, रविवार को छत्तीसगढ़ पहुंचने के बाद एक बार फिर टीएस सिंहदेव के सोमवार को दिल्ली उड़ान भरने की खबर आ रही है। जानकारियों के मुताबिक, शनिवार को दिल्ली रवाना होने के बाद सिंहदेव का सोमवार को वापस लौटने का कार्यक्रम था, किन्तु अंबिकापुर स्थित मेडिकल कालेज में नवजात बच्चों की मौत के मामले ने जिस तरह तूल पकड़ा, उसके बाद सिंहदेव दिल्ली-दौरा छोड़कर वापस लौट आए। कहा जा रहा है कि हाईकमान की ओर से स्वास्थ्यमंत्री सिंहदेव को अपने काम में फोकस करने को कहा गया है, ताकि विपक्ष को कोई अवसर न मिले और कांग्रेस की छवि पर प्रतिकूल असर न हो।

अपने ही विभाग में घिरे टीएस
आलाकमान पर दबाव बनाने के मकसद से टीएस सिंह देव पिछले कई महीनों से दिल्ली में ज्यादा और रायपुर में कम रहे हैं। कोविड के प्रकोप के बीच भी वे दिल्ली में लगातार 20 दिन से ज्यादा रुके थे। इसके बाद कभी जन्मदिन तो कभी पारिवारिक उत्सव के बहाने वे लगातार दिल्ली जाते रहे। स्वास्थ्य विभाग की बदहाली को लेकर बीजेपी की घेराबंदी के बीच कई बार मुख्यमंत्री को दखल देना पड़ा। ये भी टीएस सिंहदेव को नागवार गुजरा। इसकी शिकायत भी उन्होंने आला नेतृत्व से की थी। हालांकि खराब स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर भाजपा ने सिंहदेव को घेरने में देर नहीं लगाई। भाजपा नेता अनुराग सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश में संस्थागत प्रसव को लेकर पहले भी कई मामले सामने आए हैं। बीजेपी ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव न तो मंत्री पद का धर्म निभा पा रहे हैं, न ही विधायक पद का। उन्होंने कहा कि टीएस सिंहदेव सत्ता की दौड़ में गांधी परिवार की परिक्रमा में व्यस्त हैं।
सिंहदेव दिल्ली आए थे, पता नहीं- पुनिया
वरिष्ठ नेता एवं छत्तीसगढ़ के प्रभारी पीएल पुनिया ने एक न्यूज़ वेबसाइट से चर्चा के दौरान सिंहदेव के दिल्ली दौरे के प्रति अनभिज्ञता जाहिर की। उन्होंने कहा कि उन्हें सिंहदेव के दिल्ली आने की कोई जानकारी नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि उनसे बातें तो होती रहती हैं, पर वे मुलाकात करने के लिए दिल्ली आए थे, इस बारे में उनके पास कोई जानकारी नहीं है। वहीं, प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बच्चों की मौत की घटना बेहद दुखद है लेकिन स्वास्थ्य विभाग लगातार इस तरह की घटनाएं भविष्य में ना हो, उसको लेकर काम कर रहा है। वहीं, बीजेपी के आरोपों का पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी झूठ फैलाने की राजनीति करती है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य विभाग पूरी जिम्मेदारी के साथ काम कर रहा है।
भूपेश-टीएस लौटे, ताम्रध्वज दिल्ली पहुंचे
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर लौट आए। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी दिल्ली से सीधे अंबिकापुर पहुंचे। इन दोनों नेताओं के छत्तीसगढ़ लौटने के बाद हाईकमान ने अचानक ही गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को दिल्ली बुला लिया। इससे राज्य में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। पिछले कुछ महीनों में यहां ढाई-ढाई साल वाले फार्मूले को लेकर माहौल गरमाता रहा है। उल्लेखनीय है कि पिछले चुनाव में जब कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला, तब मुख्यमंत्री पद के तीन प्रमुख दावेदार सामने थे। इनमें भूपेश बघेल व टीएस सिंहदेव के अलावा ताम्रध्वज साहू के नाम शामिल थे। हालांकि दिल्ली में लम्बी चली बैठक के दौरान ताम्रध्वज साहू अपनी दावेदारी को छोड़कर वापस लौट आए थे। कहा जा रहा था कि इसी के बाद राहुल गांधी की मौजूदगी में ढाई-ढाई साल वाले फार्मूले को मूर्त रूप दिया गया। हालांकि सिंहदेव ने ढाई साल बाद हाईकमान तक बात पहुंचाई तो सीएम बघेल और उनके समर्थक विधायकों ने जबरदस्त दबाव बनाया। अगस्त माह में 50 से ज्यादा मंत्री-विधायक तथा संगठन के नेताओं ने दिल्ली पहुंचकर सनसनी फैला दी थी। कुछ दिन पहले भी 30 से ज्यादा विधायक दिल्ली पहुंच गए थे। हालांकि भूपेश बघेल को यूपी का मुख्य पर्यवेक्षक बनाए जाने के बाद ये सभी विधायक वापस लौट आए थे।