नई दिल्ली (एजेेंसी)। अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होने के बाद से ही पाकिस्तानी ‘आईएसआई’ और उसके समर्थक आतंकी संगठनों के दुस्साहस को लेकर कई तरह की खबरें आ रही हैं। देश की प्रमुख खुफिया एजेंसी (आईबी) ने जो अलर्ट जारी किया है, उसमें आतंकी हमले को लेकर रची जा रही एक बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है। इस साजिश में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के आतंकी संगठन शामिल हैं। हमलों के समन्वय की जिम्मेदारी ‘आईएसआईएस’ को दी गई है। आतंकियों की इस साजिश को ‘सुसाइडल मिशन’ कहा गया है।
योजना के तहत आईएस खुरासान ‘आईएसकेपी’ के प्रशिक्षित लड़ाके भारत भेजे जाने हैं। वे चार तरह से अटैक करेंगे। लड़ाकों को इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी), व्हीकल बोर्न इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (वीबीआईईडी), सुसाइडल अटैक और टारगेट किलिंग्स की ट्रेनिंग दी गई है। इन लड़ाकों को भारत में पहले से मौजूद आतंकी संगठन के सदस्य उन्हें ‘कलाश्निकोव’ राइफल और छोटे हथियार मुहैया कराएंगे। आतंकी हमलों की जद में राइट विंग लीडर, हिंदू मंदिर, सुरक्षा बल व भीड़ वाली जगह बताई गई हैं।

सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसियों ने पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर और कर्नाटक में अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन ‘आईएसआईएस’ के सदस्यों को गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ में मालूम हुआ कि ‘आईएसआईएस’ देश के कई हिस्सों में हमलों की योजना बना रहा है। आईएस की जिस इकाई को इन हमलों की जिम्मेदारी दी गई है, वह पाकिस्तान और अफगानिस्तान आधारित है। यह इकाई विभिन्न प्रकार से हमलों को अंजाम देने में एक्सपर्ट है। आईबी ने सुरक्षा बलों को चौकस करते हुए कहा है, आईएस के गुर्गे देश में मौजूद हैं। वे आईएस के लड़ाकों को जरूरी संसाधन मुहैया कराएंगे। इसमें आर्थिक एवं हथियारों की मदद, दोनों को शामिल किया गया है।

देश के कई हिस्सों में हमलों की योजना बनाई गई है। कुछ आतंकी ऐसे हैं, जिन्हें वीबीआईईडी का इस्तेमाल कर हमले को अंजाम देने की ट्रेनिंग दी गई है। हालांकि ‘आईएसकेपी’ के प्रशिक्षित लड़ाके, जिन्हें आईएस ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान में ट्रेनिंग दी है, उन्हें भारत में भेजने की बात कही जा रही है। पिछले दिनों जम्मू कश्मीर में आईएस की ही एक अन्य इकाई जिसे ‘वॉयस ऑफ हिंद’ नेटवर्क का नाम दिया गया है, उसके सदस्यों ने जांच एजेंसियों को बताया कि पाकिस्तान बेस्ड इंडियन मुजाहिदीन ‘आईएम’ इन हमलों की प्लानिंग के लिए भारत में मौजूद आईएस ईकाई और अफगान व पाकिस्तान बेस्ड आईएस ऑपरेटिव के संपर्क में रहा है। सुरक्षा बलों से कहा गया है कि वे राइट विंग लीडर और धार्मिक स्थलों पर पैनी निगाह रखें। हिंदू मंदिरों और ऐसी दूसरी जगह, जहां भारी संख्या में लोग जुटते हैं, वैसे स्थल भी आतंकियों की सूची में हैं। सैन्य एवं केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के कैंप और यूनिटों को खासतौर पर सचेत किया गया है। जम्मू-कश्मीर में कई दिन से ड्रोन ऐसी जगहों के आसपास घूमते हुए देखे गए हैं। संभव है कि आने वाले दिनों में जांच एजेंसियां देश के कई हिस्सों में संदिग्ध लोगों के ठिकानों पर दबिश दे सकती हैं।