भिलाई। हाईवे पर अंधेरे फायदा उठाकर लूट की वारदातों कां अंजाम देने वाले गिरोह को छावनी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पकड़े गए आरोपियों में जवाहर नगर निवासी सुनील साहू, सूरज वर्मा, हाउसिंग बोर्ड 32 एकड़ अटल आवास निवासी बॉबी नायकर व रामनगर मुक्तिधाम निवासी प्रभात कुमार शामिल हैं। वहीं गिरोह के दो अन्य आरोपी सूरज उर्फ गोल्डी व दीपक नायकर फरार हैं।
इस मामले में गुरुवार को पुलिस कंट्रोल रूम सेक्टर -6 में एएसपी संजय धु्रव व छावनी थाना प्रभारी विशाल सोन ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय से हाईवे पर लूटपाट की शिकायतें मिल रही थी। इसे देखते हुए आरोपियों की पतासाजी के लिए एक टीम बनाई गई। टीम द्वारा घटना स्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरा के फुटेजों का अवलोकन कर अज्ञात आरोपियों को चिन्हित करने का प्रयास किया गया। इसी दौरान टीम को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि एक युवक बैकुण्ठधाम के पास कुछ मोबाईल रखकर बेचने हेतु ग्राहक तलाश कर रहा है।
सूचना पर टीम द्वारा घेराबंदी कर लड़के को पकड़ा गया, जिससे कड़ाई से पूछताछ करने पर अपना नाम सुनिल साहू तथा अपने साथी बॉबी नायकर, दीपक नायकर, सूरज वर्मा, सूरज उर्फ गोल्डी के साथ मिलकर हाईवे पर अंधेरे में इस प्रकार की लूट की वारदात करने की बात बताई। आरोपियों के द्वारा भिलाई क्षेत्र के थाना छावनी, सुपेला, खुर्सीपार, वेशाली नगर, जामुल क्षेत्र में लूट की वारदात अंजाम करना स्वीकार किये आरोपियों के निशानदेही पर उनके कब्जे से लूट की मोबाईल फोन एव चोरी की एक्टीवा क्र. सीजी 07 एल.जी. 8796 व घटना में प्रयुक्त दो मोटर सायकल हीरो होण्ड सीडी डिलक्स क्र. सीजी 08 ए.जे. 3763, व एक एक्टीवा जब्त किया गया।

ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
छावनी थाना प्रभारी विशाल सोन के अनुसार पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे रात को एक जगह इक_ा होकर कहां लूट करना है इसकी प्लानिंग करते थे। मोटर सायकल को कौन चलायेगा और मोबाईल लूट कौन करेगा यह तय करने के बाद रात को 9 बजे प्लानिंग के तहत क्षेत्र में निकलकर अकेले पैदल चलते व्यक्ति, सुनसान इलाके में खड़े ट्रक के अंदर सो रहे चालक के पास पहुंचकर उनसे मोबाईल व पैसे छीनकर भाग जाते थे। विरोध की स्थिति में उनसे मारपीट भी करते थे। आरोपियों के द्वारा विभिन्न थाना क्षेत्र में मोबाईल लूट के 09 घटनाओं को अंजाम दिये है। महंगे मोबाईल के सिक्युरिटी कोड को आरोपी रामनगर निवासी प्रभात कुमार पिता साधूसंत तेली से खुलवाया करते थे। पूरी कार्रवाई में उनि नरेश कुमार सार्वा, उनि. रैयन दास गेन्डरे, प्रआर जसपाल सिंह, चेतन साहू, सिविल टीम से आरक्षक अरविन्द मिश्रा, आरक्षक सतेन्द्र मडरिया, आरक्षक रिन्कु सोनी व थाना छावनी की पेट्रोलिंग टीम के आरक्षक अनिल सिंह, विकास सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, जीतनारायण की सराहनीय भूमिका रही।




