नई दिल्ली (एजेंसी)। लंबे समय से अंदरूनी कलह झेल रही कांग्रेस पार्टी को एक और बड़ा झटका लग सकता है। बीजेपी सांसद और प्रवक्ता अनिल बलूनी ने बुधवार को ट्वीट किया कि आज कोई बड़ी हस्ती बीजेपी चीफ जेपी नड्डा की मौजूदगी में पार्टी जॉइन करने वाली है। इसके बाद से ही कयासबाजी शुरू हो गई है कि कांग्रेस का ही कोई बड़ा विकेट गिरने वाला है। फिलहाल कांग्रेस के कई दिग्गज पार्टी आलाकमान से नाराज हैं। हालांकि, कुछ नाम ऐसे हैं जिनके नाम सबसे ऊपर हैं।
An Eminent personality will join BJP today (Wednesday) 09 June, 1 PM at BJP HQ, 6A DDU Marg, New Delhi
— Anil Baluni (@anil_baluni) June 9, 2021
इसलिए जोरों से लिया जा रहा है जितिन प्रसाद का नाम
अगले साल उत्तर प्रदेश चुनाव होने हैं और ऐसे में सबसे ऊपर कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद के नाम की चर्चा है। हालांकि, इससे पहले 2019 में भी जितिन प्रसाद के पार्टी छोडऩे की अटकलें लगाई गई थीं लेकिन तब ऐसा नहीं हुआ था। यूपी में कांग्रेस के सीनियर नेताओं में से एक जितिन प्रसाद का बीजेपी जॉइन करना प्रदेश में अगले साल होने वाले चुनावों के लिहाज से अहम हो सकता है। भले ही अब तक नाम का खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन अगले साल यूपी में होने वाले चुनावों के चलते ही जितिन प्रसाद को लेकर कयास जोरों पर हैं। जितिन प्रसाद धौरहरा लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं। इसके अलावा यूपी सरकार में उनके पास मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री की जिम्मेदारी थी।
तो सचिन पायलट छोड़ सकते हैं कांग्रेस का हाथ!
राजस्थान कांग्रेस में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच उठापटक किसी से छिपी नहीं है। हालांकि, बीते साल पार्टी आलाकमान के हस्तक्षेप के बाद दोनों पक्षों को शांत करा दिया गया था लेकिन राजस्थान में पायलट खेमा एक बार फिर बगावती सुर छेड़ता दिख रहा है। पिछले साल सचिन पायलट खेमे की बगावत के बाद बनी कांग्रेस की तीन सदस्यीय सुलह कमेटी की अब तक रिपोर्ट नहीं आने पर पायलट ने कहा है कि 10 महीने हो जाने के बावजूद उनसे किए वादे पूरे नहीं हुए हैं। इस बीच सचिन पायलट ट्विटर पर ट्रेंड भी कर रहे हैं। हालांकि, कल शाम ही सचिन पायलट ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया था और साफ कर दिया था कि वह बीजेपी में शामिल नहीं होने वाले हैं। उन्होंने ट्वीट किया था, ‘प्रदेश के भाजपा नेताओं को व्यर्थ बयानबाज़ी की बजाय अपनी स्थिति पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। आपसी फूट व अंतर्कलह इतनी हावी है कि राज्य मे भाजपा विपक्ष की भूमिका भी नहीं निभा पा रही। इनकी नाकाम नीतियों से देश में उपजे संकट में जनता को अकेला छोडऩे वालों को जनता करारा जवाब देगी।Ó

गुलाम नबी आजाद-आनंद शर्मा
लंबे समय से पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा भी कांग्रेस की कार्यशैली से नाराज चल रहे हैं। बीते साल सोनिया गांधी को 23 कांग्रेस नेताओं ने चि_ी लिखकर पार्टी की कार्यशैली में बड़े बदलावों की मांग की थी। इनमें आनंद शर्मा और गुलाम नबी आजाद भी शामिल थे।




