रिसाली। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के प्रयास से 30 बिस्तर अस्पताल बनाने की कवायद शुरू हो चुकी है। वही अब नगर पालिक निगम रिसाली क्षेत्र में डायग्नोस्टिक सेंटर का भी लाभ नागरिकों को मिलेगा। इसके लिए स्थल चयन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। गुरूवार की शाम कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे व नगर पालिक निगम के आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे ने स्थल निरीक्षण किया।
कलेक्टर ने आरंभ में निगम के अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि डायग्नोस्टिक सेंटर ऐसे स्थान पर हो जहां नागरिकों को आवागमन की सुविधा के अलावा अन्य संसाधन भी हो। नेवई, रूआबांधा बस्ती जैसे स्थल पर चर्चा करने के बाद कलेक्टर सीधे मरोदा मैत्री गार्डन चैक पहुंचे। प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण करने के बाद कलेक्टर ने आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। इस दौरान मौके पर नोडल अधिकारी रकाकांत साहू, कार्यपालन अभियंता सुशील बाबर, सहायक अभियंता राजकुमार जैन, उपअभियंता गोपाल सिन्हा, स्वास्थ्य निरीक्षक बृजेन्द्र परिहार आदि उपस्थित थे।
टंकी मरोदा है उपयुक्त
निरीक्षण के दौरान निवृत्तमान पार्षद केशव बंछोर भी उपस्थित थे। उन्होंने कलेक्टर को भौगोलिक स्थिति के बारे में जानकारी देते टंकी मरोदा के निकट को उपयुक्त बताया। निवृत्तमान पार्षद ने कहा कि मैत्री गार्डन की वजह से डायग्नोस्टिक सेंटर का पोस्टल एड्रेस भी आसान हो जाएगा।
सवा लाख की आबादी को फायदा
रिसाली नगर पालिक निगम क्षेत्र की आबादी 1 लाख से अधिक है। वर्तमान में उच्च स्तरीय जांच के लिए उन्हे जिला अस्पताल या फिर महंगी फीस देकर भिलाई में जांच कराते है। डायग्नोस्टिक सेंटर खोले जाने से कई तरह की खून जांच, सिटी स्केन, एम आर आई, एक्स-रे, की सुविधा स्थानीय स्तर पर मिलेगी।
गृहमंत्री के क्षेत्र में बनेगा सरकारी डायग्नोस्टिक सेंटर… 3000 वर्गफीट जगह तलाश करने कलेक्टर पहुंचे रिसाली… मरीजों को सुविधा हो ऐसी जगह को प्राथमिकता




