नई दिल्ली (एजेंसी)। केरल में कोविड नियंत्रण को लेकर चर्चा में रहीं स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा को नए कैबिनेट विस्तार में जगह नहीं मिली है। इतना ही नहीं, केरल में किसी भी पुराने मंत्री को कैबिनेट विस्तार में जगह नहीं मिली है। सिर्फ मुख्यमंत्री पी विजयन ही पुराने चेहरे के तौर पर अपना कार्यभार जारी रखेंगे। हालांकि पार्टी के इस फैसले के बाद कई राजनैतिक सवाल खड़े हो रहे हैं लेकिन पार्टी ने साफ कर दिया है कि नए चेहरों को मौका देने के लिए ये फैसला लिया गया है। सीपीआई (एम) राज्य समिति ने पिनरई विजयन को संसदीय दल का नेता और मुख्यमंत्री नियुक्त किया है।
CPI(M) state committee appoints Pinarayi Vijayan as parliamentary party leader & CM. Ministers are MV Govindan, K Radhakrishnan, KN Balagopal, P Rajeev, VN Vasavan, Saji Cherian, V Sivankutty, Mohd Riyas, Dr R Bindu, Veena George & V Abdul Rahman: CPI(M) state committee#Kerala pic.twitter.com/gAXPL5DPUp
— ANI (@ANI) May 18, 2021
सीपीआई(एम) के नेता एएन शमशीर ने कहा कि ये हमारी पार्टी का सामूहिक निर्णय है, जो सामूहिक नेतृत्व की ओर से लिया गया है। उन्होंने आगे कहा कि किसी भी नेता को पार्टी से बाहर ना करें। वहीं पार्टी की राज्य समिति ने बयान जारी कर बताया कि स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा समेत सभी मौजूदा मंत्रियों को हटा दिया गया है। पार्टी ने एमबी राजेशन को स्पीकर उम्मीदवार के तौर पर चुना है और केके शैलजा को पार्टी सचेतक के तौर पर चुना गया है। इसके अलावा टीपी रमाकृष्णन को संसदीय पार्टी सचिव के तौर पर चुना गया है।
बता दें कि केरल में कोविड नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था, इनकी चर्चा देश के दूसरे राज्यों में भी काफी हुई थी। इससे पहले उन्होंने केरल में आए निपाह वायरस से निपटने के लिए भी बेहतरीन काम किया था। केके शैलजा ने कोरोना संक्रमण के दौरान ट्रेसिंग, आइसोलेशन और कंटेनमेंट जोन बनाने पर खासा जोर दिया था, जिसकी हर जगह तारीफ हुई थी।




