भिलाई। कोविड संक्रमण के इस दौर में धमधा रोड चिखली दुर्ग स्थित एसआर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर कोरोना मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहा है। यहां भर्ती अधिकतर मरीज स्वस्थ्य होकर अपने घर लौट रहे हैं। अस्पताल का खुला वातावरण, डॉक्टरों की मॉनिटरिंग, पौष्टिक आहार, चिकित्सकों का उचित परामर्श कोरोना मरीजों को स्वस्थ्य करने में बेहतर भुमिका निभा रहा है। शासन द्वारा निर्धारित गाइडलाइन के मुताबिक एसआर हॉस्पिटल में कोरोना मरीजों का पूरा इलाज किया जा रहा है। हॉस्पिटल के डॉक्टरों के बेहतर प्रबंधन के कारण पूरे जिले में एसआर हॉस्पिटल कोरोना मरीजों के बेहतर इलाज का केन्द्र बन गया है।
बता दें कि दुर्ग जिले में कोरोना की दूसरी लहर ने कोहराम मचा रखा है। बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने नीजी अस्पतालों को भी कोविड मरीजों के इलाज की अनुमति दी। शुरुआत में जिन अस्पतालों को कोविड मरीजों के इलाज की अनुमति मिली उनमें धमधा रोड चिखली दुर्ग स्थित एसआर हॉस्पिटल को भी शामिल किया गया। एसआर हॉस्पिटल में पिछले वर्ष भी कोविड मरीजों का सफलता पूर्वक इलाज किया गया जिसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग इसे प्राथमिकता दी। कोरोना मरीजों के इलाज की अनुमति मिलने के बाद एआर हॉस्पिटल प्रबंधन युद्ध स्तर पर जुट गया।
150 से ज्यादा मरीज स्वस्थ्य होकर जा चुके अपने घर
एसआर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में भर्ती कोविड मरीजों में 150 से ज्यादा मरीज स्वस्थ्य हो चुके हैं। यहां भर्ती मरीजों को अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही है। शासन द्वारा जारी गाइडलाइन के मुताबिक मरीजों को समय समय पर उचित दवा डॉक्टरों की निगरानी में दिया जा रहा है। दिन में दो बार डॉक्टर मरीजों से काउंसलिंग करते हैं। डॉक्टरों द्वारा इस बात का पूरा ध्यान दिया जा रहा है कोरोना लक्षणों के अतिरिक्त किसी अन्य प्रकार की समस्या तो नहीं है। एसआर हॉस्पिटल में आईसीयू के मरीजों का भी उचित देखभाल किया जा रहा है। अस्पताल में जरूरतमंद मरीजों को डॉक्टरों की सलाह पर रेमडेसिविर इंजेक्शन भी दिया जा रहा है। अस्पताल प्रबंधन की उचित देखरेख के कारण ही बड़ी संख्या में मरीज स्वस्थ्य हो रहे हैं। वर्तमान में एसआर हॉस्पिटल में 50 से अधिक कोविड मरीजों का इलाज चल रहा है।
सुबह के नास्ते से लेकर रात के खाने तक विशेष प्रबंध
एसआर हॉस्पिटल चिखली में कोविड मरीजों को बेहतर इलाज के साथ ही पौष्टिक आहार भी दिया जा रहा है। कोविड प्रोटोकॉल के तहत मरीजों को सुबह के नास्ते से लेकर रात के खाने तक पौष्टिक आहार दिया जा रहा है। अस्पताल में सुबह 7 से 8 बजे के बीच नास्ता दिया जाता है। इसके बाद 9 बजे काड़ा वितरण किया जाता है। दोपहर 12 बजे गर्म खाना दिया जाता है। इसके बाद शाम 4 बजे चाय के साथ हल्का नास्ता दिया जा रहा है। शाम 6 बजे मरीजों का गर्म हल्दी वाला दूध वितरित किया जाता है। इसके बाद रात 8 से 9 बजे के बीच गर्भ भोजन दिया जाता है। अस्पताल प्रबंधन इस बात का विशेष ध्यान रख रहा है मरीज को मिल रहे भोजन की गुणवत्ता बेहतर रहे। सप्ताह के सात दिन मरीजों को अलग अलग प्रकार का नास्ता दिया जाता है। यहां भर्ती मरीज अस्पताल में मिल रहे बेहतर सुविधाओं को देख सकारात्मक सोच के साथ स्वस्थ्य लाभ ले रहे हैं।
एसआर हॉसिपटल बना कोविड मरीजों के लिए वरदान… डॉक्टरों की निगरानी में मरीजों की पूरी देखभाल…. पौष्टिक आहार व बेहतर इलाज से स्वस्थ्य हो रहे मरीज




