होली के त्योहार का मतलब खूब सारी मौज-मस्ती, ढेर सारी मिठाइयों और गुझिया का आनंद। लेकिन कहीं ज्यादा मीठा खाना आपकी होली के रंग को फीका न कर दे। यदि आप मधुमेह रोगी हैं तो त्योहारों में आपको विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। इस दौरान खान-पान में की गई ढिलाई आपके डायबिटीज के लेवल को बढ़ा सकती है।
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या जिन लोगों को डायबिटीज की शिकायत है वह होली का ठीक से आनंद नहीं ले सकते है? ऐसा नहीं है आपको बस कुछ बातों को ध्यान में रखना है, जिससे आप त्योहार का पूरा मजा भी ले सकें और आपकी सेहत को भी कोई नुकसान न होने पाए। आइए आगे की स्लाइडों में ऐसे ही कुछ उपायों के बारे में जानते हैं।
खान-पान पर ध्यान रखें
होली के उत्साह में अक्सर हम थोड़ी-थोड़ी मात्रा में ही बहुत ज्यादा खा लेते है। यदि आपको मधुमेह की शिकायत है तो इस बारे में आपको विशेष ध्यान देने की जरूरत है। तले-भुने खाने को नियंत्रित मात्रा में ही खाएं, ये आपके मधुमेह के स्तर को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा मिठाइयों और गुझिया का सेवन करने से बचें। वही चीजें खाएं जो शुगर लेवल को बढ़ाती न हों।
मीठा खाने की इच्छा हो तो क्या करें?
आसपास सबको मिठाइयां और गुझिया खाते देख आपको भी इनकी क्रेविंग हो सकती है, लेकिन यह हमेशा ध्यान रखें आपके लिए सबसे महत्वपूर्ण आपका सेहत ही है। मीठा खाने की तीव्र इच्छा हो रही हो तो प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थों जैसे दाल, पनीर, दही, छाछ आदि का सेवन करें। ये मीठा खाने की क्रेविंग को कम करने में आपकी मदद करती हैं।

शरीर को रखें हाइड्रेटेड
होली के आनंद के बीच शरीर को हाइड्रेटेड रखना भी बेहद जरूरी होता है। इसके लिए दिन में कम से कम 8 गिलास पानी पिएं। इसके अलावा अल्कोहल और ठंडाई जैसे पेय पदार्थों के सेवन से बचें। ये आपके शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा देते हैं।
व्यायाम और दिनचर्या का ख्याल रखें
होली के उत्साह में अपनी दिनचर्या का विशेष ध्यान रखें। समय पर व्यायाम करें इससे न सिर्फ शरीर फिट रहता है साथ ही यह शुगर के लेवल को कम करने में भी आपके लिए सहायक हो सकती हैं। शरीर को पूरे दिन एक्टिव रखें जिससे अगर आपने कुछ ज्यादा कैलोरी का सेवन कर लिया हो तो शरीर को उसका नुकसान न हो।




